नोएडा। शहर के सभी बिजली अधिकारियों और कर्मचारियों के घरों पर बिजली मीटर लगाए जाएंगे। इस संबंध में पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (पीवीवीएनएल) के एडमी आदेश जारी करने जा रहे हैं। आदेश जारी होते ही युद्धस्तर पर मीटर लगाने का काम शुरू हो जाएगा। अगर मीटर लगाने में किसी तरह की लापरवाही बरती गई तो संबंधित अधिकारी या कर्मचारी के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।
शहर में रह रहे सेवानिवृत्त कर्मचारियों और अधिकारियों के घरों में भी बिजली मीटर लगाए जाएंगे। विद्युत निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों के वेतन से उनके ग्रेड-पे के हिसाब से बिजली बिल का शुल्क काट लिया जाता है। इस वजह से उनके घरों में बिजली मीटर भी नहीं लगे होते हैं। यह सुविधा निगम कर्मचारियों और अधिकारियों को सेवानिवृत्त होने के बाद भी मिलती है। शहर के अधिकांश कर्मचारी शहर में ही रहते हैं और सेवानिवृत्ति के बाद भी वे यही रहना पसंद करते हैं। इस वजह से शहर में विद्युत निगम के कार्यरत और सेवानिवृत्त कर्मचारियों और अधिकारियों की संख्या दस हजार से अधिक है। इनके वेतन और पेंशन से बिजली बिल का भुगतान होता है। इनके घरों पर बिजली मीटर नहीं लगा होता है। इस वजह से पता नहीं चलता है कि इन्होंने कितनी बिजली का उपभोग किया है। निगम अधिकारियों ने बताया कि विद्युत निगम के अधिकारी और कर्मचारी भुगतान से कहीं अधिक बिजली का उपभोग करते हैं। विभाग में होने की वजह से उनके लोड की जांच भी नहीं हो पाती है। अब इनको बिजली मीटर से ही सप्लाई मिलेगी और भुगतान भी करना होगा।
नियामक आयोग ने जारी किए थे निर्देश
शहर में रह रहे अधिकांश कर्मियों और पेंशनरों ने अभी तक बिजली मीटर नहीं लगवाए है, जबकि दो साल पहले पावर कॉरपोरेशन ने सभी कमियों और पेंशनरों के घर पर बिजली मीटर लगाने के निर्देश दिए थे। हालांकि, अधिकारियों ने अपने ही विभाग के कर्मचारियों और अधिकारियों के मकानों पर मीटर नहीं लगाए है।
सरकारी कार्यालयों व आवास पर लगाए जाएंगे स्मार्ट मीटर
नोएडा। कार्यालय संवाददाता : विद्युत निगम सरकारी कार्यालयों और आवास पर स्मार्ट मीटर लगाने की तैयारी कर रहा है। ताकि सरकारी कार्यालयों और आवास से बिल वसूली की समस्या से निजात मिल सके। अभी बिजली विभाग का सरकारी कार्यालयों व आवास पर आठ करोड़ रुपये से अधिक का बिल बकाया है। इस बिल को वसूल पाना बिजली विभाग के अधिकारियों के लिए चुनौती है।