गोरखपुर। अपने हक के लिए लड़ रहे किसानों का समाजवादी पार्टी के समर्थन करने से प्रदेश सरकार बौखला गई है। सरकार के इशारे पर पुलिस, सपा कार्यकर्ताओं का उत्पीडऩ करने में जुट गई है। फर्जी मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं, कार्यकर्ताओं को घर से नहीं निकलने दिया जा रहा है। सरकार, सत्ता का चाहे जितना दुरपयोग कर ले, लेकिन समाजवादी कार्यकर्ता, किसानों के समर्थन में आवाज बुलंद करते रहेंगे। कोई भी सरकार हमें इससे नहीं रोक पाएगी।
यह बातें समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष नगीना प्रसाद साहनी और सपा नेता अमरेंद्र निषाद ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कही। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निर्देश पर सपा कार्यकर्ता किसानों के समर्थन में पदयात्रा निकाल रहे हैं। पुलिस की मदद से सरकार, सपा कार्यकर्ताओं की आवाज दबाने की कोशिश कर रही है। बांसगांव विधानसभा क्षेत्र के कौड़ीराम में पिछले दिनों सर्वोदय इंटर कालेज के मैदान में कार्यकर्ताओं के साथ शांतिपूर्ण ढंग से खड़े विधानसभा अध्यक्ष रामअजोर मौर्य औश्र सपा नेता रामप्रवेश यादव पर किया गया लाठीचार्ज इसका उदाहरण है। इसमें दोनों सपा नेता गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।
पुलिस अधिकारियों पर लगाया आरोप
नेताद्वय ने कहा कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से इसकी शिकायत भी की गई लेकिन नाहक लाठीचार्ज करने वाले पुलिसकर्मियों पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसी तरह से गुलरिहा इलाके में झुगिया बाजार से पदयात्रा निकाल रहे सपा कार्यकर्ताओं को गुलरिहा थानेदार और कोतवाली क्षेत्राधिकारी बलप्रयोग करते हुए गिरफ्तार कर लिया और अमानवीयता के साथ उन्हें पुलिस की गाडिय़ों में ठूंसा गया। महिला कार्यकर्ताओं के साथ भी दुव्र्यवहार किया गया। बिना महिला पुलिसकर्मियों के ही उनकी गिरफ्तारी की गई।
आपातकाल जैसी बन गई है स्थिति
दोनों नेताओं ने सरकार पर सपा कार्यकर्ताओं, दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों का उत्पीडऩ करने का आरोप लगाते हुए कहा क प्रदेश में इस समय एक तरह से अघोषित आपातकाल जैसी स्थिति बन गई है। पत्रकारों से बातचीत के दौरान अखिलेश यादव, रजनीश यादव, जितेन्द्र सिंह, जयप्रकाश यादव, देवेन्द्र भूषण निषाद, कीर्ति निधि पांडेय, राघवेंद्र तिवारी राजू, हाजी शकील अंसारी आदि मौजूद थे।