लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम और कानून व्यवस्था को लेकर कांग्रेस लगातार सरकार पर सवाल खड़े कर रही है। यूपी विधानमंडल के मॉनसून सत्र के दौरान भी सदन में इन मुद्दों पर सरकार को घेरने की पूरी तैयारी है। सत्र के पहले दिन गुरुवार को विधानसभा में प्रदर्शन कर चुकी कांग्रेस ने विधायक दल की बैठक में शुक्रवार के लिए रणनीति बना ली है।
यूपी विधानमंडल का मॉनसून सत्र गुरुवार को शुरू हुआ, जो कि शोक प्रस्ताव के बाद शुक्रवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। इससे पहले कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा, विधायक सोहेल अंसारी आदि ने परिसर में सरकार के खिलाफ पोस्टर लेकर प्रदर्शन किया। आराधना मिश्रा ने बताया कि सदन से पहले सुबह हुई विधायक दल की बैठक में तय हुआ है कि शुक्रवार को सदन में कानून व्यवस्था और कोरोना संक्रमण नियंत्रित करने में सरकार की असफलता का मुद्दा उठाया जाएगा।
कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा का कहना है कि उत्तर प्रदेश में हर दिन जघन्य वारदात हो रही हैं। पुलिस पीड़ितों को इंसाफ दिलाने के लिए कार्रवाई नहीं कर रही। सरकार भी मौन साधे बैठी है। इसी तरह कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए तमाम दावे किए, जबकि हकीकत यह है कि किसी जिले में, किसी अस्पताल में इलाज की व्यवस्थाएं दुरुस्त नहीं हैं। मरीज जांच और इलाज के लिए भटक रहे हैं। यही कारण है कि प्रदेश में लगातार संक्रमण बढ़ता जा रहा है।
बता दें कि विधानमंडल के मॉनसून सत्र के पहले दिन गुरुवार को दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद कार्यवाही शुक्रवार तक स्थगित कर दी गई। सदन के भीतर शोक का माहौल था तो बाहर चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के निकट सपा और कांग्रेस के मास्क लगाए सदस्यों ने हंगामा किया। सरकार विरोधी पोस्टर लहराते हुए नारे लगाए। कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव को सदन के भीतर सुरक्षित शारीरिक दूरी बनाएं रखी परंतु बाहर विरोध करते सदस्यों ने इसकी परवाह नहीं की।