नोएडा। सेक्टर-125 एमिटी विश्वविद्यालय के फाइटोकेमिस्ट्री एंड फाइटोमेडिसिन विभाग की निदेशक डॉ. हर्षा खर्कवाल ने बिना साइड इफेक्ट बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक में मधुमेह नियंत्रण करने के लिए हर्बल दवा तैयार की है। उन्होंने 50 लोगों पर दवा का प्रयोग भी किया है। रिसर्च में मधुमेह रोगियों को जांच के बाद शामिल किया था। दवा का सेवन करने से रोगियों में मधुमेह नियंत्रण में पाया गया। ग्यारह वर्ष से अधिक उम्र के लोग दवा का नियमित सेवन करने से खुद को मधुमेह का शिकार होने से बचा सकते हैं।
डॉ. हर्षा खर्कवाल बताती है कि कोरोना संक्रमण से उभरने के बाद लोगों में मधुमेह की शिकायत तेजी से बढ़ रही है। इन दिनों हर आयु के लोगों को मधुमेह की समस्या है। इसका एक कारण कोरोना संक्रमण से उभरने के लिए भारी मात्रा में स्टेरायड का सेवन भी है, जो शरीर में ब्लड शुगर लेवल को तेजी से बढ़ता है। लोगों को मधुमेह से आजादी दिलाने के लिए उन्होंने विटामिन, फाइबर, मिनरल्स से एक दवा तैयार की है। बताती है कि बाजार में मधुमेह नियंत्रित करने के लिए सैकड़ों दवाइयां मौजूद है, जिनका हृदय, किडनी व पाचन तंत्र पर विपरीत प्रभाव पड़ने के साथ ही सिरदर्द, घबराहट होती है, लेकिन उनकी दवा का शरीर पर कोई हानिकारक प्रभाव भी नहीं पड़ेगा। उन्होंने दवा को रेशेदार पदार्थों से तैयार किया है। वह जल्द ही अपने नाम से दवा का पेटेंट भी कराएगी।