नई दिल्ली। दिल्ली के बाद हरियाणा में एक सप्ताह के संपूर्ण लॉकडाउन की घोषणा के बाद निर्माण से लेकर औद्योगिक क्षेत्र के कामगार अपने पैतृक गांवों की ओर रुख करने लगे हैं। पांच राज्यों के चुनाव परिणामों से इतर कामगारों की नजर रविवार को सिर्फ और सिर्फ हरियाणा सरकार के लॉकडाउन संबंधी आदेश पर नजर थी।
गत दिवस जैसे ही हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज का ट्वीटर हैंडल पर दिया गया लॉकडाउन संबंधी संदेश वायरल हुआ, वैसे ही कामगार अपने परिजनों के साथ अपने पैतृक गांवों की ओर जाने लगे। असल में इन कामगारों ने पिछले दो दिन से अपना जरूरी सामान बांध लिया था तथा वे अपने मकान मालिक को भी किराया एडवांस में नहीं दे रहे थे।
चिकित्सा सेवाओं की कमी के कारण ठेकेदार भी नहीं रोक पाए इस बार स्थिति यह है कि ठेकेदार भी अपने कामगार को अपनी गारंटी पर रोकने को तैयार नहीं है। ठेकेदारों का कहना है कि स्वास्थ्य संसाधनों की हालत यह है कि अमीर लोगों को अस्पतालों में इलाज नहीं मिल रहा है। ऐसे में गरीबों के इलाज की गारंटी कौन ले।