नीरज शर्मा की खबर
बुलंदशहर। हाथरस में हुई दुष्कर्म की घटना के बाद वाल्मीकि समाज के लोगों ने मंगलवार शाम नगर में पैदल मार्च निकाला। दिल्ली के एम्स में दुष्कर्म पीड़िता के अंतिम सांस लेने के बाद पूरा देश गमगीन हो चला है, ऐसा पहली बार नहीं हुआ जब दुष्कर्म पीड़िता के साथ दरिंदगी की गई और उसे बेरहमी से बलात्कारी ने घटना के बाद मारा गया हो। इससे पहले भी दामिनी और निर्भया जैसी घटनाएं देश में होती रही है और लोगों का गुस्सा उबाल बनकर सड़कों पर आया है।
हाथरस की बेटी के साथ हुई घटना के बाद बुलंदशहर में भी वाल्मीकि समाज शहर में हाथरस की बेटी को न्याय दिलाने के लिए पैदल मार्च निकाला, वाल्मीकि समाज के लोग पोस्टर लेकर सड़कों पर हाथरस की बेटी को न्याय दिलाने के लिए उतरे। वाल्मीकि समाज ने आरोप लगाया कि ना तो देश में बेटियां सुरक्षित हैं ना प्रदेश में महिलाओं की आबरू सुरक्षित है। हाथरस की बेटी के आरोपियों के साथ कड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें मौत की सजा सुनाई जाए प्रदर्शनकारियों ने जेवर अड्डा चौराहे पर हाथरस की बेटी के नाम कैंडल जलाकर 2 मिनट के लिए मौन भी रखा। वहीं बाल्मीकि समाज के लोगों ने चेतावनी दी कि अगर दलित बेटी को न्याय नहीं मिला और दोषियों को फांसी की सजा नहीं दी गई तो हम लोग सड़कों पर उतरेंगे और हड़ताल पर बैठ जाएंगे।