नोएडा। नोएडा के सेक्टर-39 कोतवाली क्षेत्र में रहने वाले एक व्यक्ति से ठग ने खुद को कस्टमर केयर अधिकारी बताकर 1.17 लाख रुपये ठग लिए। पीड़ित ने कोतवाली पुलिस से शिकायत की है। सलारपुर निवासी सत्य प्रकाश दुबे का कहना है कि दो दिन पहले एक मोबाइल एप पर ट्रेन का टिकट बुक कर रहे थे। इस दौरान उनका टिकट नहीं बुक हुआ और बैंक खाते से टिकट के 652 रुपये कट गए। रुपये वापसी को संबंधित एप का कस्टमर केयर नंबर गूगल से लेकर फोन किया।
फोन उठाने वाले एक युवक ने को खुद को संबंधित कंपनी का कस्टमर केयर अधिकारी बताकर पैसे वापस दिलाने के नाम पर एनीडेस्क एप डाउनलोड कराया। इसके बाद यूपीआई के जरिये कई बार में खाते से कुल एक लाख 17 हजार 500 रुपये निकल गए। रुपये कटने का मैसेज आने पर ठगी की जानकारी हुई।
डेबिट कार्ड का क्लोन बनाकर ठगी
सेक्टर-73 स्थित सर्फाबाद गांव में रहने वाले सोनू यादव के डेबिड कार्ड का क्लोन बनाकर ठगों ने साढ़े 12 हजार रुपये निकाल लिए। रुपये कटने का मैसेज आने पर पीड़ित को ठगी की जानकारी हुई। सोनू यादव का कहना है कि इंडियन ओवरसीज बैंक में उनका बचत खाता है। बुधवार शाम दिल्ली स्थित दरियागंज के एक एटीएम बूथ से उनके खाते से ठगों ने दो बार में साढ़े 12 हजार रुपये निकाल लिए, जबकि डेबिट कार्ड उनके पास था।
फर्जी इंटरनेट आइडी बनाकर शेयर की निजी फोटो
सेक्टर-39 कोतवाली क्षेत्र में रहने वाली एक महिला ने एक युवक पर इंटरनेट मीडिया पर फर्जी आइडी बनाकर निजी फोटो शेयर करने का आरोप लगाया है। महिला एक सिक्योरिटी एजेंसी में गार्ड है। आरोप है कि उसके साथ एक युवक काम करता है, जो उसे काफी दिन से परेशान कर रहा है। युवक ने इंटरनेट मीडिया पर उसके नाम की फर्जी आइडी बनाकर उस पर अश्लील फोटो शेयर कर रहा है। उसे बदनाम करने का प्रयास करके मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहा है। वहीं कोतवाली पुलिस का कहना है कि शिकायत दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।
नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले मास्टरमाइंड को पुलिस ने दबोचा
नोएडा के सेक्टर-58 कोतवाली पुलिस ने नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी करने के मामले में वांछित मास्टरमाइंड को बृहस्पतिवार को लेबर चौक के पास से गिरफ्तार किया है। आरोपित की पहचान बुलंदशहर निवासी हरीश के रूप में हुई है। वहीं महिला आरोपित एकता पांडेय फरार है। एसीपी नोएडा रजनीश वर्मा ने बताया कि पुलिस ने बीते वर्ष नौ फरवरी को नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह के बदमाश दिल्ली निवासी राजेश को गिरफ्तार किया था। आरोपित के पास से 14 की-पैड मोबाइल, एक स्मार्टफोन, पांच कंप्यूटर बरामद हुए थे। इस मामले में हरीश पिछले 14 महीने से वांछित था। वह नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने का मास्टरमाइंड है।
आरोपित अपने साथी राजेश व एकता पांडेय संग मिलकर क्विकर से नंबर लेता व की-पैड फोन से लोगों को काल करदस्तावेज वेरिफिकेशन के नाम पर 1850 रुपये खाते में ट्रांसफर कराकर फोन बंद कर देता था। आरोपित ने सेक्टर-57 स्थित सी-40 में ठगी के लिए दफ्तर बनाया था। कोतवाली प्रभारी विनोद कुमार ने बताया कि आरोपित अब तक सैकड़ों लोगों से लाखों रुपये की ठगी कर चुके हैं।