देश भर में रोड कनेक्टिविटी को और बेहतर बनाने के लिए जोरों से काम चल रहा है। हर राज्य में कहीं न कहीं एक्सप्रेसवे बनाए जा रहे हैं। इसी कड़ी में अब यमुना अथॉरिटी ने भी बड़ा फैसला लिया है। प्राधिकरण ने नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से लेकर चोला रेलवे स्टेशन तक ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे बनाने का ऐलान किया है, जिसकी लम्बाई करीब 16 किमी तक होगी। इस ऐलान के साथ ही दो ख़ास बात सामने आई हैं, पहली ये है कि यमुना अथॉरिटी इस एक्सप्रेसवे को अपने फंड से तैयार कराएगी और दूसरी ये है कि एक्सप्रेसवे को डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर से भी कनेक्ट किया जाएगा।
चोला से एयरपोर्ट तक रेलवे लाइन बिछाने का भी है टारगेट
इस एक्सप्रेस वे के निर्माण से पहले यमुना अथॉरिटी ने एक स्टडी रिपोर्ट तैयार करने का काम शुरू किया है। ऐसा बताया जा रहा है कि अधिकतम 20 दिनों में यह रिपोर्ट तैयार हो जाएगी। वहीं, चोला से नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक रेलवे लाइन को बिछाने का लक्ष्य भी है। जिसकी रिपोर्ट तैयार होते ही रेल मंत्रालय भेजी जाएगी। बता दें कि एक्सप्रेसवे और रेलवे लाइन दोनों को बराबर बनाए जाने की बात कही जा रही है।
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कई बड़े प्रोजेक्ट मिलने की है संभावना
इस पूरे प्रोजेक्ट में बुलंदशहर परिक्षेत्र के 55 गांवों को अधिसूचित क्षेत्र में शामिल किया जाना है। इस प्रोजेक्ट के पूरा होते ही 55 गांव लाभान्वित होंगे। ऐसी संभावना भी जताई जा रही है कि इन गांवों को लॉजिस्टिक हब, वेयरहाउसिंग समेत कई अन्य बड़े प्रोजेक्ट की सौगात मिलेगी, जिससे यहां ज्यादा से ज्यादा रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे।
डीएफसी कनेक्टिविटी से होंगे फायदे
16 किमी के इस ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे को बेहतरीन रोड के साथ रेल कनेक्टिविटी तो मिलेगी ही, लेकिन इनके अलावा इसे डीएफसी कनेक्टिविटी भी मिलेगी। डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर से जुड़ने से देश भर के कई राज्यों से माल के आयात-निर्यात में बड़ी सहूलियत मिलेगी। इस ग्रीनफ़ील्ड एक्सप्रेसवे की चौड़ाई 100 होगी जो कि नोएडा एयरपोर्ट के ईस्ट डायरेक्शन में पेरिफेरल रोड से भी जुड़ेगा। आपको बता दें कि, लॉजिस्टिक हब और वेयरहाउस बनाने के लिए प्राधिकरण ने 900 हेक्टेयर जमीन निर्धारित की है।