नई दिल्ली। 50 लाख बीमा की राशि दिलाने के नाम पर सेवानिवृत्त कर्नल से 2.40 करोड़ ठगी करने वाले आरोपित जॉयजीत सरकार को दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने गिरफ्तार कर लिया है। 2018 में मुकदमा दर्ज होने के बाद से वह फरार था और छिपने के लिए लगातार ठिकाना बदल रहा था।
संयुक्त आयुक्त छाया शर्मा के मुताबिक जॉयजीत सरकार मूलरूप से कोलकाता बंगाल का रहने वाला है। पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी से बीटेक करने के बाद उसने दिल्ली में पुंज लॉयड कंपनी में जूनियर इंजीनियर के रूप में नौकरी की थी। उसने साकेत से डिजिटल मार्केटिंग का भी कोर्स किया है। वर्तमान में वह फ्रीलांसर हैं और शेयर बाजार के साथ-साथ क्रिप्टो करेंसी में काम कर रहा है।
सेवानिवृत्त कर्नल रघुजीत सिंह ने 2018 में आर्थिक अपराध शाखा में शिकायत कर आरोप लगाया था कि उन्होंने एक बैंक अधिकारी के माध्यम से आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ इंश्योरेंस कंपनी में 20 लाख रुपये का निवेश किया था। 2013 में जब उन्हें पैसे की जरूरत थी तो उन्हें पॉलिसी का समयपूर्व सरेंडर मूल्य नहीं मिल सका। इस पर पीड़ित ने ओपी राठौर नाम के व्यक्ति से टेलीफोन पर संपर्क किया। उसने रघुजीत सिंह को पॉलिसी मूल्य की प्रतिपूर्ति प्राप्त करने में मदद की।
पालिसी मैच्योर होने से पहले उन्हें पैसे दिलवा दिया। जिससे राठौर पर उन्हें विश्वास हो गया और उसके कहने पर पीड़ित ने दोबारा विभिन्न तरह की पालिसी में 50 लाख रुपये निवेश कर दिया। उक्त रकम निवेश करने के बाद ओपी राठौर ने अपना मोबाइल फोन बंद कर लिया था। 2017 में अजय अवस्थी ने सुनियोजित तरीके से शिकायतकर्ता को बुलाया और उन्हें पॉलिसी की राशि की दिलाने के बहाने टैक्स आदि अलग-अलग मद में पैसे जमा करने को कहा।
आरोपितों के कहने पर पीड़ित ने रिश्तेदारों से पैसे उधार लेकर उनके चार बैंक खातों में 2.40 करोड़ रुपये दिए। डीसीपी एमआइ हैदर की टीम ने जांच में पाया कि जिन खातों में पैसे ट्रांसफर किए गए वे जॉयजीत सरकार के नाम पर है। उसने बैंक खातों में मजलिस पार्क दिल्ली का पता दिया था लेकिन वह उक्त पते पर नहीं रहता था। वह परिवार के साथ रेस्टोपुर, कोलकाता, बंगाल में रहता था। वहां जाकर पुलिस टीम ने उसे सोमवार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अब ओपी राठौर व अजय अवस्थी की तलाश कर रही है।