नोएडा। कैंसर की दवा बनाने के नाम पर सेवानिवृत्त कर्नल से एक करोड़ 81 लाख रुपये की आनलाइन ठगी करने वाले तीन विदेशी नागरिकों को बीटा दो कोतवाली पुलिस व ग्रेटर नोएडा साइबर सेल की टीम ने गिरफ्तार किया है। आरोपितों के पास से पुलिस ने लगभग 11 करोड़ रुपये की नकली विदेशी मुद्रा, सेफ, प्रिंटर सहित अन्य सामान बरामद किया है।
अभिनेत्री ऐश्वर्या राय की लगी थी फोटो
इसके साथ ही फिल्म अभिनेत्री ऐश्वर्या राय का फोटो लगा फर्जी पासपोर्ट और अन्य सामान भी बरामद किया गया है। बीटा दो कोतवाली प्रभारी अंजनी कुमार व उनकी टीम के आठ सदस्यों ने बदमाशों को गिरफ्तार किया।
डीसीपी ग्रेटर नोएडा अभिषेक वर्मा ने आरोपितों को गिरफ्तार करने वाली टीम को 25 हजार रुपये इनाम की घोषणा की है। अभिषेक वर्मा ने बताया कि सेवानिवृत कर्नल डा. वीके गुप्ता से आरोपितों ने मेल के माध्यम से संपर्क किया था। आरोपितों ने एवा इवलिन महिला के नाम से फर्जी ई मेल बनाकर से एक नामी दवा कंपनी का अधिकारी दिखाया।
कर्नल को बताया गया था कि वह लोग अरुणांचल प्रदेश की महिला थाबा देवी से कैंसर की दवा बनाने के लिए कोलानट खरीदते हैं। 200 ग्राम का पैकेट एक हजार डालर में खरीदते हैं। बाद में तीन हजार डालर में बेंच देते हैं। आरोपितों ने कर्नल को थाबा देवी का मोबाइल नंबर उपलब्ध कराया।
विभिन्न प्रकार से करते थे जालसाजी
आरोपितों ने विभिन्न प्रकार से कर्नल को अपने जाल में फंसा लिया। धीरे-धीरे कर कर्नल से दवा खरीदने के नाम पर एक करोड़ 81 लाख रुपये ठग लिए। आरोपितों के जाल में आकर कर्नल ने कुछ पैसे लोगों से उधार भी लिए थे। शिकायत के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और आरोपितों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने नाइजीरिया के रहने वाले ईके उफेरेमवुकवे, घाना के रहने वाले एडविन कोलाइंस व नाइजीरिया के रहने वाले ओकोलोई डैमियन को गिरफ्तार किया है।
आरोपितों के पास से कागज की रद्दी भी बरामद हुई है। सभी रद्दी डालर के आकार में कटी हुई है। आरोपित प्रिंटर से नकली डालर तैयार करते थे। नोट की गड्डी में ऊपर की तरफ असली व अंदर नकली डालर लगा विभिन्न स्थानों पर पेमेंट करते थे।
फेल हुआ इंटेलिजेंस यूनिट
ग्रेटर नोएडा गौतमबुद्ध नगर की लोकल इंटेलिजेंस यूनिट (एलआइयू) एक बार फिर फेल साबित हुई है। वीजा व पासपोर्ट की अवधि लगभग तीन साल पूर्व समाप्त होने के बाद भी चोरी छिपे रह रहे विदेशी नागरिकों के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। व्यापार का वीजा लेकर आए विदेशी नागरिक लोगों को ठगी का शिकार बना रहे थे। विदेशियों ने पूर्व कर्नल से एक करोड़ 81 लाख रुपये ठग लिए थे।
आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। आरोपितों के पास से बरामद लैपटाप व फ्रीज किए गए 25 बैंक अकाउंट कई लोगों से हुई अरबों रुपये की ठगी का राज खोलेंगे। जिले में बड़ी संख्या में विदेशी नागरिक रहते हैं। वीजा व पासपोर्ट की अवधि समाप्त हो जाने के बाद भी बहुत से विदेशी चोरी-छिपे यहीं पर ठिकाना बनाए रहते हैं। कुछ माह पूर्व ही पुलिस कार्रवाई के बाद जांच में कई चीनी नागरिक भी बिना वीजा पकड़े गए थे। इसके बाद एलआइयू सतर्क हुई थी। विशेष अभियान चलाकर बिना वीजा रह रहे लगभग 50 विदेशियों को पकड़ा गया था।
2019 में भी 100 विदेशी नागरिक बिना वीजा के पकड़े गए थे। जांच में पुलिस को पता चला है कि सेवानिवृत्त कर्नल से ठगी करने वाले नाइजीरिया व घाना के रहने वाले ईके उफेरेमवुकवे, एडविन कोलाइंस व ओकोलोई डैमियन को गिरफ्तार किया है। यह लोग कपड़े के व्यापार का वीजा लेकर 2019 में भारत आए थे।
गिरफ्तारी पर मुंह छुपाते रहे आरोपित
कुछ माह में ही उनके वीजा की अवधि समाप्त हो गई थी। उसके बाद से यह लोग चोरी छिपे रह कर लोगों से ठगी का काम कर रहे। मैट्रीमोनियल साइट पर भी ठगी की है। ठगी के दौरान आरोपित लोगों को नकली विदेशी करेंसी दे देते थे। पूर्व कर्नल से हुई ठगी का मामला दर्ज होने के बाद आरोपित पुलिस के हत्थे चढ़े हैं। गिरफ्तार होने पर एक आरोपित अपना मुंह छिपाता रहा तो एक विक्ट्री का साइन बना रहा था। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि गिरफ्तारी की सूचना संबंधित दूतावास में भेज दी गई है।