नई दिल्ली। प्रधानमंत्री, भारत के प्रधान न्यायाधीश और लोकसभा में सबसे बड़े विपक्षी दल के नेता की एक उच्च स्तरीय समिति ने शनिवार शाम बैठक कर सीबीआइ निदेशक पद के लिए तीन वरिष्ठ आइपीएस अधिकारियों का चयन किया।
सुबोध कुमार का खत्म हो रहा कार्यकाल
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने बताया कि समिति ने बैठक की और कैबिनेट की नियुक्ति समिति को तीन नाम भेजे, जो उनमें से एक को सीबीआइ निदेशक पद के लिए चुनेगी। सूत्रों ने कहा कि बैठक में कर्नाटक, दिल्ली और अन्य राज्यों के वरिष्ठ आइपीएस अधिकारियों के नामों पर चर्चा की गई। सीबीआइ निदेशक सुबोध कुमार जायसवाल का दो साल का तय कार्यकाल 25 मई को खत्म हो रहा है।
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सूत्रों ने कहा कि कर्नाटक के डीजीपी प्रवीण सूद का नाम, जो राज्य कैडर के 1986 बैच के आइपीएस अधिकारी हैं, इस पद के लिए सबसे आगे चल रहे हैं। महाराष्ट्र कैडर के 1985 बैच के आइपीएस अधिकारी जायसवाल ने 26 मई, 2021 को सीबीआइ की बागडोर संभाली थी।
बढ़ाया जा सकता है CBI निदेशक का कार्यकाल
गौरतलब है कि सीबीआइ निदेशक का चयन उच्च स्तरीय समिति द्वारा किया जाता है जिसमें प्रधानमंत्री, भारत के प्रधान न्यायाधीश और लोकसभा के विपक्ष के नेता शामिल होते हैं। लोकसभा में किसी भी दल के नेता प्रतिपक्ष के लिए आवश्यक सीट न मिल पाने की स्थिति में संबंधित नियम में संशोधन किया गया है, जिसके अनुसार, नेता प्रतिपक्ष न होने की स्थिति में सबसे बड़े विपक्षी दल के नेता को समिति में शामिल किया जाता है।
सीबीआइ निदेशक को दो साल के लिए चुना जाता है। सीबीआइ निदेशक के कार्यकाल को पांच साल तक बढ़ाया जा सकता है। सूत्रों ने कहा कि बैठक के दौरान नए केंद्रीय सतर्कता आयुक्त और सदस्य लोकपाल के रूप में नियुक्ति के लिए संभावित उम्मीदवारों पर भी चर्चा की गई।