मुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को कहा कि पूंजी के मजबूत प्रवाह की बदौलत भारत का विदेशी मुद्रा भंडार (Forex Reserves) जल्द ही 600 बिलियन डॉलर के रिकॉर्ड स्तर को पार कर सकता है। आरबीआई द्वारा 28 मई को जारी आंकड़ों के मुताबिक 21 मई को समाप्त हुए सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 2.865 बिलियन डॉलर की वृद्धि के साथ 592.894 बिलियन डॉलर पर पहुंच गया था। गोल्ड और करेंसी एसेट्स में बढ़ोत्तरी से विदेशी मुद्रा भंडार में यह इजाफा देखने को मिला।
आरबीआई गवर्नर ने द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा का ऐलान करते हुए कहा, ”वर्तमान आकलन के आधार पर हमारा मानना है कि हमारा विदेशी मुद्रा भंडार 600 बिलियन डॉलर के पार पहुंच सकता है।”
केंद्रीय बैंक ने G-sec Acquisition Programme (G-SAP) 2.0 की भी घोषणा की। इससे यील्ड्स में नरमी लाने और सरकारी प्रतिभूति बाजार में हिस्सा लेने वाले प्रतिभागियों को राहत मिलेगी, क्योंकि इससे बहुत अधिक उतार-चढ़ाव को थामने में मदद मिलेगी।
आरबीआई ने कहा है कि वह चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में सेकेंडरी मार्केट से 1.20 लाख करोड़ रुपये की सरकारी प्रतिभूतियां खरीदेगा। केंद्रीय बैंक G-SAP 2.0 के तहत यह कदम उठाएगा।
भारतीय रिजर्व बैंक 17 जून को 40,000 करोड़ रुपये मूल्य की सरकारी प्रतिभूतियां खरीदेगा। इसके बाद का शिड्युल बाद में घोषित किया जाएगा।
आरबीआई ने इसके साथ ही प्रमुख नीतिगत दरों में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं किया है। इस तरह रेपो रेट चार फीसद और रिवर्स रेपो रेट 3.35 फीसद पर यथावत है।