नई दिल्ली। पश्चिमी दिल्ली के फतेह नगर इलाके में शेयर बाजार में सात लाख रुपये गंवाने वाले जसदीप ने बुजुर्ग माता-पिता पर पेचकस, हथौड़ा और चाकू से वार कर उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया। अस्पताल पहुंचने से पहले घायल बुजुर्ग स्वर्णजीत सिंह की मौत हो गई, जबकि अजिंदर कौर का सर गंगाराम अस्पताल में इलाज चल रहा है।
आरोपित ने वारदात को छिपाने के लिए इसे लूटपाट के विरोध में हुई हत्या का रूप देना चाहा, लेकिन पुलिस की पूछताछ में वह टूट गया। आशंका है कि आरोपित ने खाने में नशीला पदार्थ मिलाया और दोनों के सोने के बाद वारदात को अंजाम दिया।
पिता का था टेंट का कारोबार
स्वर्णजीत सिंह शेयर बाजार में पैसे लगाने को लेकर जसदीप से नाराज रहते थे। जसदीप से आमना-सामना न हो, इसके लिए सुबह गुरुद्वारा चले जाते थे और देर रात ही घर लौटते थे। स्वर्णजीत परिवार के साथ फतेह नगर में रहते थे। इनका टेंट का कारोबार था। परिवार में पत्नी के अलावा बेटा जसदीप और दो बेटियां हैं। मकान के भूतल पर स्वर्णजीत पत्नी के साथ रहते थे। प्रथम तल पर बेटा-बहू रहते थे।
माता-पिता से था नाराज
अभी तक की छानबीन में सामने आया है कि शेयर बाजार में जसदीप को करीब सात लाख रुपये का घाटा हुआ था। उसकी भरपाई के लिए वह पिता से पैसे मांगता था। स्वर्णजीत रकम देने से इनकार कर रहे थे। इससे जसदीप नाराज था। ऐसे में इसने माता-पिता को रास्ते से हटाने का फैसला कर बृहस्पतिवार रात को वारदात को अंजाम दे दिया।
माता-पिता पर किए थे कई वार
जसदीप ने चाकू, हथौड़े और पेचकस से दोनों पर दो दर्जन से ज्यादा बार वार किए। अंत में दोनों को मरा समझ उसने वारदात में प्रयुक्त हथियार पास के ही पार्क में फेंक दिया। स्थानीय लोगों का कहना है कि खुद को बचाने के लिए उसने कमरे में रखे सामान को अस्तव्यस्त कर शोर मचा दिया।
टेंट के कारोबार से जुड़ने को कहते थे पिता
शेयर बाजार में जसदीप को घाटा होने पर पिता स्वर्णजीत उसे अक्सर शेयर बाजार से दूर रहने की नसीहत देते थे। वह कहते थे कि जब टेंट का कारोबार अच्छा चल रहा है तो शेयर बाजार का काम करने की क्या जरूरत है। जसदीप को पिता की यह बात चुभती थी। वह हर बार हुए घाटे की भरपाई पिता के पैसे से करना चाहता था। स्थानीय लोगों ने कहा कि जसदीप का कुछ वर्षों से पैसे मांगने को लेर पिता से झगड़ा हुआ करता था।