नई दिल्ली । दिल्ली बाल अधिकार संरक्षण आयोग (डीसीपीसीआर) ने उत्तर-पूर्व जिला कार्यबल के साथ मिलकर सोमवार को मुस्तफाबाद इलाके से नौ बच्चों को बचाया, जो बिना मास्क के अस्वास्थ्यकर और गंदी जगहों में कबाड़ की कई दुकानों में काम कर रहे थे।
बाल श्रमिकों को बचाने के लिए आयोग ने महामारी के दौरान यह चौथा अभियान चलाया है।
बच्चों को बचाया गया और उन्हें मास्क, सैनिटाइजर, भोजन और पानी मुहैया कराया गया। डीसीपीसीआर और दिल्ली पुलिस ने इस प्रक्रिया में सात दुकानें भी सील कर दीं।
इन बच्चों का मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी ने मेडिकल जांच की, जिसमें कोविड-19 परीक्षण भी शामिल रहे।
इन सभी को बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया गया और अब उन्हें बुराड़ी में स्थित मुक्ति आश्रम में रखा जाएगा। उपजिलाधिकारी कार्यालय में उनके बयान रिकार्ड किए गए हैं और कानूनी प्रक्रिया का पालन किया जाएगा।