नोएडा। इजरायल-हमास के बीच जारी युद्ध में इजरायल के रिहायशी इलाकों पर गिरे राकेट ने बिल्डिंगों को नुकसान पहुंचाया है। इजरायल की ओर से ध्वस्त हुए इलाकों को एक बार फिर से बनाने की कवायद की जा रही है। तबाह हुई बिल्डिंगों को दोबारा बनाने के लिए नोएडा से 500 कामगार इजरायल जाएंगे।
गौतमबुद्ध नगर से जाएंगे 500 कामगार
इजराइल जाने के लिए सेक्टर-2 स्थित श्रम विभाग कार्यालय में कामगारों ने पंजीकरण कराया है। इजराइल में काम करने के लिए प्रदेश से करीब दस हजार कामगारों को भेजा जाना है। अकेले गौतमबुद्धनगर से करीब 500 कामगारों ने इसके लिए पंजीकरण कराया है। यह वह कामगार है जो पिछले तीन साल से श्रम विभाग में पंजीकृत है।
प्रदेश से चयनित कामगारों को केंद्र सरकार इजरायल भेजेगी। इससे पहले विभाग की ओर से चुने गए कामगारों का 15 जनवरी को लखनऊ में मेगा शिविर लगाकर स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा। कामगारों को समझौते और अन्य चीजों के बारे में प्रशिक्षण दिया जाएगा। यहीं पर उन्हें इजरायल जाने की तारीख के बारे में बताया जाएगा।
इजरायल भेजे जाने वाले कामगारों का वीजा, पासपोर्ट व अन्य दस्तावेज बनवाने में श्रम विभाग द्वारा पूरी मदद की जाएगी, लेकिन कामगार को जाने का किराया स्वयं देना होगा। जिन कामगारों का चयन किया गया है, उनमें राजमिस्त्री, प्लास्टर करने में दक्ष कामगार, लोहे की सरिया का जाल बांधने वाले कामगार, टाइल्स, मारबल, शटरिंग और वेल्डिंग का काम करने वाले कामगार शामिल है।
गाजा और इजरायल के बीच जारी जंग में इजरायल के कई बिल्डिंगें खंडहर में तब्दील हो गई है। इजराइल जाने वाले कामगारों को बेसिक अंग्रेजी का ज्ञान होना जरूरी हैं, क्योंकि उन्हें मैप और ड्राइंग को समझना होगा। इजरायल के सामने इसे दोबारा बसाने की समस्या खड़ी हुई है। अबतक इजरायल में अधिकांश कामगार गाजा पट्टी से आते रहे हैं, लेकिन युद्ध की वजह से कामगार गाजा पट्टी छोड़ चुके हैं। जिससे अब इजरायल के सामने कामगारों का संकट खड़ा हुआ है। इसके लिए इजरायल की मदद को भारत खड़ा हो गया है। भारत से कामगारों की टीम इजरायल जाएगी।
1 लाख 34 हजार रुपये प्रतिमाह मिलेगा वेतन
इजरायल में जिन कामगारों को भेजा जाना है उनकी आयु सीमा 21 वर्ष से 45 वर्ष है। न्यूनतम एक वर्ष और अधिकतम पांच वर्ष तक अनुबंध के मुताबिक इजरायल में कामगार काम कर सकते हैं। इजरायल में काम करने पर 1 लाख 34 हजार रुपये प्रतिमाह वेतन के साथ नि:शुल्क रहने की सुविधा कामगारों को मिलेगी।
अबतक 500 कामगारों ने इजरायल जाने के लिए पंजीकरण कराया है। जल्द ही कामगारों के नामों की सूची शासन को भेज दी जाएगी। वहीं से इजरायल जाने वाले कामगारों का चयन होने होगा। -सरजू राम, अपर श्रमायुक्त, गौतमबुद्धनगर