ग्रेटर नोएडा: उत्तर प्रदेश में ग्रेटर नोएडा शहर के पास बन रहे जेवर एयरपोर्ट के उदघाटन की तारीख तय हो गई है। जेवर एयरपोर्ट से पहली फ्लाइट 29 सितंबर 2024 को उड़ेगी। जेवर एयरपोर्ट पर फ्लाइट उड़ाने के ट्रॉयल का काम 15 दिन में शुरू हो जाएगा। फरवरी में जेवर एयरपोर्ट के पहले रनवे पर फ्लाइट उड़ाने का ट्रॉयल शुरू कर दिया जाएगा।
29 सितंबर को होगा उदघाटन
यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण के CEO डॉ. अरूणवीर सिंह ने बताया कि जेवर एयरपोर्ट का काम 29 सितंबर 2024 तक पूरा करना है। 29 सितंबर को जेवर एयरपोर्ट से पहली फ्लाइट उड़ा दी जाएगी। जेवर एयरपोर्ट को समय से पूरा करने के लिए 7682 श्रमिक रात-दिन काम कर रहे हैं। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के CEO का भी रकाम संभाल रहे यीडा के CEO डॉ. अरूणवीर सिंह ने बताया कि जल्दी ही जेवर एयरपोर्ट पर एक हजार से अधिक श्रमिक और तैनात किए जाएंगे। इस प्रकार जेवर एयरपोर्ट के निर्माण के कार्य में लगे हुए 7682 श्रमिकों के स्थान पर यह संख्या 8682 हो जाएंगी। 15 फरवरी से जेवर एयरपोर्ट पर फ्लाईट उड़ाने का ट्रॉयल कर दिया जाएगा।
एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट
आपको बता दें कि जेवर एयरपोर्ट भारत का तो सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा ही। साथ ही जेवर एयरपोर्ट का भी सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा। इतना ही नहीं जेवर एयरपोर्ट दुनिया का चौथा सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा।बात पूरे विश्व की करें तो अमरीका के दो एयरपोर्ट तथा सउदी अरब के एयरपोर्ट के बाद जेवर एयरपोर्ट विश्व का चौथा सबसे बड़ा एयरपोर्ट बनेगा। जेवर एयरपोर्ट यीडा के क्षेत्र में जेवर तथा उसके आसपास के गांवों की जमीन पर बन रहा है। जेवर एयरपोर्ट कुल पांच हजार हेक्टेयर जमीन पर बन रहा है।
भारत के अब तक के बड़े से बड़े एयरपोर्ट की बात करें तो देश की राजधानी में स्थापित इन्दिरा गांधी एयरपोर्ट (आईजीआई) 2066 हेक्टेयर जमीन पर बना हुआ है। नवी मुंबई में बन रहा एक और बड़ा एयरपोर्ट 2320 हेक्टेयर जमीन पर स्थापित हो रहा है। जेवर एयरपोर्ट पर अन्तर्राष्ट्रीय कारगो तथा जहाजों को रिपेयर करने वाला रिपेयर सेंटर भी स्थापित हो रहा है। जेवर एयरपोर्ट को सड़क मार्ग के द्वारा देश की राजधानी से लेकर पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश तथा लखनऊ से सीधा जोड़ा जा रहा है। इस एयरपोर्ट का रेल मार्ग के द्वारा पूरे देश से जोड़ने की योजना पर भी काम चल रहा है। कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि जेवर एयरपोर्ट दुनिया का अनोखा एयरपोर्ट बनेगा।
हर साल उड़ेंगे छह करोड़ यात्री
यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण के CEO डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि जेवर एयरपोर्ट से वर्ष 2050 तक बीस करोड़ यात्री प्रतिवर्ष उड़ान भरा करेंगे। प्रतिवर्ष उड़ान भरने के मामले में जेवर एयरपोर्ट देश के सभी हवाई अड्डे को पीछे छोड़ देगा। अब तक के प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक देश में अब तक के सबसे बड़े एयरपोर्ट आईजीआई से प्रतिवर्ष 6 करोड़ यात्री उड़ान भरते हैं। वर्ष 2024 तक आईजीआई से 10 करोड़ यात्री उड़ान भर सकेंगे। उसके बाद इस एयरपोर्ट की क्षमता नहीं बढ़ सकेगी। जेवर एयरपोर्ट से 2050 तक बीस करोड़ यात्री उड़ान भरेंगे। इस प्रकार हर मामले में जेवर एयरपोर्ट अव्वल साबित होगा।