नैनीताल : अग्नि सुरक्षा सप्ताह के पहले दिन बुधवार को नैनीताल फायर स्टेशन कर्मचारियों ने दिन में 11 बजे जागरूकता रैली निकाली। इसके बाद शहर और आसपास के जंगलों में भीषण आग की घटनाओं की वजह से उन्हें आधी रात तक जूझना पड़ा। यह पहला मौका है नैनीताल से सटे जंगल में एक दिन में आधा दर्जन भीषण दावानल की घटनाएं हुईं। फायर वर्कर आग पर काबू पाने के लिए जूझते रहे।
घटना एक : मंगोली के पास जंगल में लगी थी। आग जो तेजी से गांव की तरफ बढ रही थी। दमकल कर्मचारियों ने ग्रामीणों के सहयोग से आग पर नियंत्रण पाकर गांव के लोगों का घर सुरक्षित बचा लिया। इस दौरान उन्हें काफी मशक्कत करनी पड़ी।
घटना दो : खुर्पाताल क्षेत्र के सड़ियाताल के पास जंगल धधक रहा था। आग तेजी से रोड की ओर आ रही थी। जिसे फायर यूनिट द्वारा सूझबूझ का परिचय देते हुए वाटर टेंडर से आग को कन्ट्रोल किया गया।
घटना तीन : नारायण नगर से ऊपरी इलाके के चारखेत गांव के पास आग लगी थी। वहां वाहन पहुंच पाना संभव नहीं था। मगर फायर कर्मचारियों द्वारा बिथिंग मैथड से आग को बुझाया गया।
घटना चार : ज्योलिकोट क्षेत्र में आग लगने की सूचना मिलने पर फायर यूनिट रवाना हुई। मिनी हाई प्रेशर से आग बुझाकर गांव को बचा लिया गया। घटना पांच। नैनीताल के ठंडी सड़क इलाके में पाषाण देवी मंदिर के समीप जंगल में आग लगी।आग की लपटें केपी हॉस्टल तक पहुंचने लगी। फायर कर्मचारियों ने छात्राओं के सहयोग से आग को बुझाया।
घटना छह : पाइंस भवाली रोड के पास आग जंगल से रिहायशी कालोनियों की ओर बढ़ रही थी। वन विभाग, फायर यूनिट द्वारा वाटर करीब रात करीब 11 बजे आग को कन्ट्रोल किया। दमकल टीम में एफएसएसओ चन्दन राम आर्य, लीडिंग फायरमैन जवाहर सिंह राणा, संदीप कुमार, उमेश कुमार, भोपाल सिंह, गौरव सिंह, मोहन सिंह, राजेंद्र सिंह, जगत सिंह, मनोज भट्ट, नीरज कुमार शामिल रहे।