अलीगढ़। राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द के 25 जून को दिल्ली से वाया अलीगढ़-कानपुर आगमन को लेकर गुरुवार सुबह अंतिम रिहर्सल की गई। यह रिहर्सल शताब्दी एक्सप्रेस के साथ की गई, जो पूरी तरह गोपनीय रही। सिर्फ ड्यूटी प्वाइंट पर अधिकारी व कर्मचारी तैनात किए गए थे। हालांकि ट्रेन सकुशल गुजरी। लेकिन, रेलवे प्रशासन अलर्ट था। रेलवे स्टेशन पर किसी को आने-जाने की अनुमति नहीं थी। चप्पे-चप्पे पर नजर रखी गई।
होटल ढाबों पर बढ़ाई चेकिंग
‘प्रेसीडेंशियल स्पेशल ट्रेन’ के अलीगढ़ से गुजरने को लेकर रेलवे स्टेशन व बस स्टैंड पर भी चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। आने-जाने वाले यात्रियों की भी चेकिंग की जा रही है। रेलवे स्टेशन के आसपास होटल व ढाबों की भी चेकिंग की जा रही है। शहर की गतिविधियों पर आरपीएफ, जीआरपी, एलआइयू, बीडीएस, एटीएस समेत तमाम खुफिया एजेंसियों की पैनी नजर है। स्थानीय खुफिया यूनिट से लेकर हाई लेवल एजेंसियों के सदस्य स्टेशन के आसपास और शहर के प्रमुख घटनाक्रम की बारीकियों से जांच कर रहे हैं। इसके अलावा जिले के करीब 35 किलोमीटर लंबे रेलवे ट्रैक पर पड़ने वाले सभी फ्लाई ओवर, अंडरपास, रेलवे क्रासिंग व छोटे-बडे़ स्टेशनों पर सुरक्षा व्यवस्था के लिए मजिस्ट्रेट ड्यूटी के अलावा अतिरिक्त पुलिस फोर्स को तैनात किया गया है। यहां सेफ हाऊस बनाने के साथ ही फायर बिग्रेड की टीम तैनात रहेगी।
18 साल बाद गुजरेगी राष्ट्रपति की ट्रेन
रेलवे के इतिहास में यह पहला मौका होगा, जब राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द अलीगढ़ स्टेशन से स्पेशल ट्रेन के जरिए अपना दौरा करेंगे। देश मे भी करीब 18 वर्ष बाद पहला अवसर है, जब राष्ट्रपति अपना कोई दौरा ट्रेन से पूरा करेंगे। इसे लेकर सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हैं। रेलवे प्रशासन ने वीआइपी मूवमेंट को लेकर हाई अलर्ट घोषित कर दिया है। वहीं गुरुवार सुबह प्रेसीडेंशियल ट्रेन की अंतिम रिहर्सल शताब्दी एक्सप्रेस के साथ की गई। ट्रेन सुबह आठ बजे स्टेशन पर पहुंची। यहां प्लेटफार्म पर पहले से सुरक्षाकर्मी तैनात किए थे। इधर, रेलवे स्टेशन के बाहर, फुट ओवरब्रिज पर भी सुरक्षाकर्मी मुस्तैद थे। ट्रेन के गुजरने के बाद सफल रिहर्सल पर सुरक्षाकर्मियों ने राहत की सांस ली।