इटावा। रिवरफ्रंट घोटाले में सीबीआई की टीम ने छापा मारने के बाद सोमवार रात एक बजे तक ठेकेदार के घर दस्तावेज खंगाले। मेन गेट बंद करके टीम ने ठेकेदार से घोटाले के संबंध में पूछताछ भी की। कई अहम दस्तावेज टीम साथ ले गयी और ठेकेदार को कहीं बाहर न जाने की हिदायत दी गयी। टीम ने सोमवार की दोपहर में ही ठेकेदार के घर छापा मारा था लेकिन छापे के दौरान घर में ताला लगा होने से घर को सील कर दिया था। सीबीआई टीम अभी जिले में ही डेरा डाले है, इससे सपा सरकार के बड़े ठेकेदारों में हड़कंप मचा हुआ है।
रिवरफ्रंट में हुये घोटाले की सीबीआई जांच कर रही है। सोमवार की दोपहर में टीम ने यहां आवास विकास कालोनी और चौगुर्जी स्थित ठेकेदार पुनीत अग्रवाल के आवास पर छापा मारा था। पहले चौगुर्जी में छापा मारा गया तो वहां रिश्तेदारों के रहने की जानकारी हुयी, इसके बाद टीम आवास विकास कालोनी आवास पर पहुंची। आवास के मेन गेट पर ताला लगा होने से टीम ने मकान को सील कर दिया ता। ठेकेदार से संपर्क करने पर टीम को बताया गया कि वह हरिद्वार में है और रात तक लौटेगा। सोमवार की रात 10 बजे ठेकेदार अपने घर पहुंचा तो गेट पर पहले ही सीबीआई टीम मौजूद थी।
ठेकेदार परिवार संग पहुंचे तो टीम ने सील खोल दी और गेट के अंदर चली गयी। इस दौरान लेडीज पुलिस भी साथ रही। टीम ने तीन घंटे तक गहनता से दस्तावेज खंगाले और कई दस्तावेज साथ भी ले गयी। रात 1 बजे टीम वापस चली गयी। जाते जाते ठेकेदार को हिदायत दी गयी कि वह बिना टीम की अनुमति के शहर से बाहर नहीं जायेगा और जब भी टीम बुलायेगी वह पहुंचेगा। टीम अभी जिले में ही रुकी है। रिवरफ्रंट मामले में टीम के पास जिले के चार लोगों के नाम हैं। इनके बारे में भी सीबीआई जानकारी जुटा रही है।