नोएडा। आबादी निस्तारण सहित अन्य मांगों को लेकर किसान शुक्रवार को भी प्राधिकरण के दफ्तर पर प्रदर्शन करने के लिए निकले। हालांकि पुलिस ने उन्हें धरना स्थल तक पहुंचने नहीं दिया। एडीसीपी रणविजय सिंह ने बताया कि इस दौरान कानून को चुनौती देने वाले कुल सात नेताओं को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। वहीं कुल 25 लोगों को हिरासत में लिया गया। किसान का कहना है कि वह शनिवार को भी धरना देने के लिए प्राधिकरण कार्यालय की ओर कूच करेंगे।
पुलिस विभाग के अधिकारियों ने कहा कि आगे भी प्राधिकरण के आसपास के क्षेत्रों में पुलिसबल की तैनाती रहेगी। शांति भंग करने वालों पर त्वरित कार्रवाई की जाएगी। हिरासत में लिए गए किसानों को पुलिस ने बस में बिठाकर पुलिस लाइन भेज दिया गया। वहां से सात को जेल भेज दिया गया, जबकि अन्य को छोड़ दिया गया।
बता दें कि आबादी निस्तारण व अन्य मांगों को लेकर 81 गांव के किसानों ने बुधवार से सेक्टर-6 स्थित नोएडा प्राधिकरण के दफ्तर पर धरना-प्रदर्शन करने का ऐलान किया था। इनमें किसान के कई संगठनों ने अपना समर्थन दिया था। वहीं, किसान नेताओं का कहना है कि शनिवार को भी किसान प्राधिकरण की तरफ बढ़ेंगे।
उधर, प्राधिकरण के दफ्तर पर होने वाले किसानों के प्रदर्शन को लेकर हुई गिरफ्तारी का यूपी कांग्रेस सोशल मीडिया उपाध्यक्ष पंखुड़ी पाठक ने विरोध किया है। उन्होंने कहा कि पिछले तीन दिन में 60 किसानों की गिरफ्तारी हो चुकी है। उन्होंने पुलिस विभाग के अधिकारियों को ट्वीट करते हुए पूछा कि यह गिरफ्तारी क्या कानूनी है। कानूनी है तो एफआइआर कहां है। वारंट कहां है।
उधर, गौतमबुद्धनगर पुलिस ने अनुसार शुक्रवार को कुल सात किसानों की गिरफ्तारी हुई है, वहीं किसान नेताओं का कहना है कि 300 से अधिक किसानों ने गिरफ्तारी दी है।