Besiege Noida Authority: Noida Authority के खिलाफ चल रहा किसानों का आंदोलन दिनों-दिन तेज होता जा रहा है। प्राधिकरण और किसानों के बीच होने वाली समझौता वार्ता भी सफल नहीं हो सकी है। गुरुवार को किसानों के हरौला बारातघर पर हुई पंचायत में प्राधिकरण के रवैये को लेकर नाराजगी जताई। पंचायत में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि नोएडा प्राधिकरण में शुक्रवार को होने वाली बोर्ड बैठक को तब तक किसान नहीं होने देंगे जब तक उनकी मांगों से संबंधित प्रस्ताव बोर्ड बैठक में शामिल नहीं किए जाएंगे।
![](https://todaynewsindia.com/wp-content/uploads/2024/02/Red-Wine-and-Yellow-Modern-Business-Ads-LinkedIn-Banner.png)
भारतीय किसान परिषद के अध्यक्ष सुखवीर पहलवान ने बताया कि किसानों को नोएडा प्राधिकरण पिछले लंबे समय से आश्वासन देता आ रहा है, मगर उनकी मांगें अभी तक पूरी नहीं हो सकी हैं। अब किसान अपनी मांगों को पूरा कराने के बाद ही आंदोलन समाप्त करेंगे। नोएडा प्राधिकरण की शुक्रवार को होने वाली बोर्ड बैठक को भी किसान तब तक नहीं होने देंगे, जब तक इसमें किसानों की मांगों को शामिल नहीं किया जाएगा। इसके लिए किसान नोएडा प्राधिकरण का घेराव करेंगे और चक्का जाम किया जाएगा। इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में युवा और महिलाएं भी शामिल रहेंगी। नोएडा के सभी 81 गांवों से किसान प्रदर्शन में शामिल हो रहे हैं और यह प्रदर्शन ऐतिहासिक होगा। किसान पंचायत की अध्यक्षता नेकराम त्यागी और संचालन राजेन्द्र यादव ने किया।
Besiege Noida Authority
धरने के 23वें दिन हवन से शुरुआत
नोएडा प्राधिकरण के खिलाफ चल रहे किसानों के आंदोलन का गुरुवार को 23 वां दिन था, जिसकी शुरुआत किसानों ने हवन के साथ की। सतवीर आर्य ने नोएडा प्राधिकरण की बुद्धि-शुद्दि के लिए हरौला बारातघर में हवन किया, जिसमें बड़ी संख्या में किसान शामिल रहे।
किसानों की प्रमुख मांग
आबादी जहां जैसी है वैसी छोड़ी जाए
किसानों को दस प्रतिशत के भूखंड दिए जाए
किसानों का 64 प्रतिशत का बचा हुआ अतिरिक्त मुआवजा दिया जाए
नई नक्शा नीति को वापस लिया जाए
किसानों को पांच प्रतिशत के भूखंड आवंटित किए जाएं
अतिक्रमण के नाम पर किसानों का शोषण बंद किया जाए
छावनी में तब्दील होगा नोएडा प्राधिकरण
नोएडा प्राधिकरण पर होने वाली बोर्ड बैठक और किसानों के ऐलान को देखते हुए शुक्रवार को प्राधिकरण कार्यालय पर बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात कर उसे छावनी में तब्दील किया जाएगा। प्राधिकरण की ओर जाने वाले सभी रास्तों पर पुलिस फोर्स तैनात की जाएगी, ताकि किसान पुलिस को चकमा देकर प्राधिकरण कार्यालय तक न पहुंच सकें। एडीसीपी रणविजय सिंह ने कहा कि किसी को भी कानून व्यवस्था अपने हाथ में नहीं लेने दी जाएगी और शांति व्यवस्था बनाए रखी जाएगी।