वाशिंगटन। पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को 6 जनवरी संसद पर हमले के दस्तावेज जारी करने पर रोक लगाने की मांग करते हुए कोर्ट का दवजाजा खटखटाया है। इस मामले को लेकर उन्होंने वर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडन के फैसले को चुनौती दी है। पिछले साल नवंबर में हुए राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप की हार के बाद उनके समर्थकों ने संसद पर हमला किया था। मामले की जांच कर रही संसद की स्थायी समिति ने व्हाइट हाउस से घटना से जुड़े दस्तावेज के लिए आग्रह किया है।
बता दें कि संसद पर हुए हमले की जांच कांग्रेस कमेटी कर रही है। ट्रंप में कोर्ट से कहा कि समिति की मांग पूरी तरह से अवैध है। सांसदों द्वारा मांगे जा रहे दस्तावेजों का गलत इस्तेमाल किया जा सकता है। समिति के पास किसी जांच एजेंसी की तरह कानूनी शक्तियां नहीं हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति भवन व्हाइट हाउस ने हमले से जुड़े दस्तावेज मामले की जांच कर रही एक संसदीय समिति को सौंपने का निर्णय लिया है। पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बाइडन प्रशासन से दस्तावेज नहीं सौंपे जाने का आग्रह किया था।
कांग्रेस कमेटी इस बात की जांच कर रही है कि कैसे ट्रंप के समर्थकों की भीड़ ने 6 जनवरी को कैपिटल पर हमला किया और 2020 के राष्ट्रपति चुनाव परिणाम को प्रमाणित करने से रोकने की कोशिश की। ट्रंप ने कहा है कि वह समिति द्वारा अनुरोधित दस्तावेजों को रोकने के लिए कार्यकारी विशेषाधिकार का दावा करेंगे। वहीं, विशेष समिति ने ट्रंप प्रशासन में कई पूर्व वरिष्ठ अधिकारियों को भी सम्मन भेजा और उनसे इस मामले पर बयान मांगे हैं।इसमें स्टीव बैनन, ट्रंपके पूर्व मुख्य रणनीतिकार भी शामिल हैं, जो पिछले सप्ताह निर्धारित सुनवाई में उपस्थित नहीं हुए थे।