नोएडा : प्राधिकरण की अधिग्रहीत व कब्जा प्राप्त भूमि पर भूमाफिया अवैध रूप से कालोनी काटकर बेच रहे थे। शिकायत पर नोएडा प्राधिकरण की मुख्य कार्यपालक अधिकारी रितु माहेश्वरी के निर्देश पर बुधवार को वर्क सर्किल नौ व 10 ने संयुक्त रूप से कार्रवाई की। इसमें करीब 109 करोड़ रुपये की 21 हजार 500 वर्गमीटर भूमि को भूमाफिया के कब्जे से मुक्त कराया गया है। भूमि की फेसिग हो रही है। यह भूमि नियोजन विभाग की ओर से विकास कार्य के लिए नियोजित की गई है।
बुधवार को प्राधिकरण के सर्किल-9 और सर्किल-10 की टीम ने सेक्टर-130 स्थित नंगली वाजिदपुर और सेक्टर-150 स्थित गढ़ी समसपुर गांव पहुंची। यहां खसरा नंबर 62, 63, 64, 65 की करीब 21 हजार 500 वर्गमीटर भूमि को अतिक्रमण से मुक्त किया गया। इसमें नंगली वाजिदपुर में करीब 1500 वर्गमीटर भूमि है। शेष भूमि गढ़ी समसपुर गांव में है। प्राधिकरण वर्क सर्किल 10 वरिष्ठ प्रबंधक केबी सिंह ने बताया कि इन भूमिों पर पक्का निर्माण किया गया था।
नंगली वाजिदपुर में चार से पांच कमरे बनाए गए थे, जिनको जेसीबी की मदद से हटाया गया। इसके अलावा गढ़ी समसपुर गांव में कई कमरे और मकान बनाए जा रहे थे, इनको ढहाया गया। इस मामले में कानूनी कार्रवाई भी की जा रही है। भारतीय किसान परिषद संरक्षक सुखवीर खलीफा ने कहा कि जिन भूमि पर अतिक्रमण हटाया गया, वहां 30 वर्षों से किसान रह रहे हैं। किसानों के साथ प्राधिकरण की दमनकारी नीति को चलने नहीं दिया जाएगा। प्राधिकरण के खिलाफ आंदोलन होगा। नंगली वाजिदपुर में तोड़े गए कमरों को दोबारा बनाया जाएगा। उधर, प्राधिकरण सीईओ रितु माहेश्वरी ने कहा कि अवैध निर्माण कतई बर्दाश्त नहीं होगा। या तो वह खुद ही प्राधिकरण की अधिसूचित व अधिग्रहीत भूमि खाली कर दें, अन्यथा प्राधिकरण खाली कराएगा