नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में महिलाएं सुरक्षित नहीं है। हर रोज किसी ने किसी इलाके में महिलाओं के साथ स्नेचिंग, मोबाइल लूट, दुष्कर्म और यौन शोषण जैसे मामले सामने आ रहे हैं। दिल्ली की बस में युवती से गैंगरेप के बाद कई कानून बनाए गए, लेकिन महिलाओं के साथ अपराध के मामले कम नहीं हो रहे हैं।
दिल्ली के भीतर मई में एक 13 साल की नाबालिग से आठ लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म करने जैसा जघन्य अपराध किया। फिलहाल, जारी आकड़ों के मुताबिक राजधानी दिल्ली में पिछले छह महीने में 1100 महिलाओं के साथ सामूहिक दुष्कर्म और यौन उत्पीड़न के मामले दर्ज किए गए हैं।
दरअसल, शाहदरा के कस्तूरबा नगर इलाके में महिला से मारपीट और सामूहिक दुष्कर्म की वीभत्स और क्रूर हरकत ने भी महिला की सुरक्षा पर बड़ा सवाल खड़ा किया। जब पीड़ित महिला पर कथित तौर पर महिलाओं सहित लोगों के एक समूह ने हमला किया, जिन्होंने उसके सिर को मुंडवा लिया, उसके कपड़े फाड़ दिए, उसका चेहरा काला कर दिया, और फिर उसे चप्पलों की माला पहनाकर सड़कों पर घुमाया गया था।
महिलाओं के खिलाफ अपराध में 6.48 फीसदी की बढ़ोतरी
पिछले साल के आंकड़ों की तुलना में दिल्ली में महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामलों में इजाफा देखने को मिल रहा है। पुलिस द्वारा जारी आकड़ों के मुताबिक इ साल 15 जुलाई 2022 तक 1,100 महिलाओं के साथ कथित रूप से दुष्कर्म के मामले सामने आए हैं। 2021 में, 15 जुलाई तक 1033 महिलाओं के खिलाफ दुष्कर्म और यौन उत्पीड़न अपराध के मामले दर्ज किए गए थे। इस साल के आंकड़ों की 2021 से तुलना करें तो इसमें 6.48 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
साल 2021 में महिला अपराध के आंकड़े
- 2021 में दुष्कर्म के मामलों में 21.69 प्रतिशत की इजाफा दर्ज किया गया है।
- 2021 में 2,429 छेड़छाड़ के मामले दर्ज किए गए, जो 17.51 प्रतिशत की वृद्धि है।
- दिल्ली में 2021 में यौन उत्पीड़न के 1,969 मामले दर्ज किए गए, यह संख्या 2020 में 1,618 थी ।
- उत्पीड़न के 98.78 फीसदी मामलों में आरोपी पीड़ितों के परिचित पाए गए थे और इसी का फायदा उठाकर जघन्य अपराध को अंजाम दिया गया।