सोने के दामों में भले ही तेज उछाल देखने को मिली हो लेकिन भारतीय रिजर्व बैंक ने फरवरी 2023 में 3 टन सोने की खरीदारी की है और आरबीआई के पास सोने का रिजर्व बढ़कर 790.2 टन हो चुका है. वर्ल्ड गोल्ड काउसिंल के हवाले से जानकारी सामने आई है.
वर्ल्ड गोल्ड काउसिंल के मुताबिक आरबीआई के इस खरीदारी के बाद दुनिया का 8 फीसदी सोने का रिजर्व अब भारत के पास है. डाटा के मुताबिक 2022 की पहली तिमाही में भारत के पास कुल 760.42 टन सोना था. दूसरी तिमाही के खत्म होने पर 767.89 टन, तीसरी तिमाही के खत्म होने पर 785.35 टन और 2022 की चौथे तीमाही के खत्म होने पर 787.40 टन सोने का रिजर्व था. यानि बीते एक साल में आरबीआई ने 30 टन के करीब सोना खरीदा है.
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वैश्विक तनाव (Global Tension) के चलते ग्लोबल फाइनैंशियल मार्केट ( Global Financial Market) में उठापटक को ध्यान में रखते हुए आरबीआई ने बेहतर रिटर्न और सुरक्षित निवेश के लिए सोने की जबरदस्त खऱीदारी की है. आपको बता दें जून 2020 से लेकर मार्च 2021 के बीच आरबीआई ने 33.9 टन सोने की खरीदारी की थी. 2021-22 में आरबीआई ने करीब दोगुनी यानि 65 टन सोने की खरीदारी की है. अप्रैल 2020 से लेकर सितंबर 2022 के बीच आरबीआई ने 132.34 टन सोने की खरीदारी की है. वहीं भारतीयों के पास करीब 25,000 टन सोना है.
आरबीआई के गोल्ड होल्डिंग के वैल्यू पर नजर डालें तो ये 45.20 बिलियन डॉलर का हो गया है. आरबीआई के मुताबिक सेंट्रल बैंक के गोल्ड वैल्यू बढ़ने की बड़ी वजह अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतों में उछाल के साथ उसके द्वारा खरीदार गया अतिरिक्त सोना है. तो रुपये में डॉलर के खिलाफ आई कमजोरी के चलते भी वैल्यू बढ़ा है. हाल के दिनों में एक बात देखने को आई है कि दुनियाभर के सभी सेंट्रल बैंक आर्थिक उठापटक के मद्देनजर सोने की खरीदारी करने में जुटे हैं. और इस कड़ी में आरबीआई भी शामिल है.