आज का पंचांग 28 फरवरी 2024: द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी व्रत 28 फरवरी को है. उस दिन फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि, हस्त नक्षत्र, गण्ड योग, बव करण, बुधवार दिन और उत्तर का दिशाशूल है. सुबह में सर्वार्थ सिद्धि योग बना है और रुद्राभिषेक के लिए शिववास भी है. द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग में भगवान गणेश जी की पूजा करें. उनके लिए व्रत रखें और रात में चंद्रमा को अर्घ्य दें. पूजा के समय संकष्टी चतुर्थी की व्रत कथा जरूर पढ़ें, जिससे आपको व्रत का पूर्ण लाभ प्राप्त होगा. गणेश जी को दूर्वा और मोदक अवश्य अर्पित करें. इससे गणेश जी प्रसन्न होंगे और आपके मनोकामनाओं को पूरा करेंगे. बुधवार का दिन भी गणेश पूजा का है. गणेश जी के मंत्र ओम गं गणपतये नम: का जाप करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं, इसमें गणेश जी के बीज मंत्र गं का उपयोग हुआ है.
बुधवार के दिन आपको व्रत रखते हैं तो बुध ग्रह मजबूत होगा. गाय को हारा चारा खिलाने से और किसी ब्राह्मण को हरे वस्त्र, हरे फल, कांस के पात्र आदि का दान करने से भी लाभ होता है. बुध के बीज मंत्र का जाप भी लाभदायक होता है. पंचांग से जानते हैं आज का मुहूर्त, सूर्योदय, चंद्रोदय, योग, अशुभ समय, राहुकाल, दिशाशूल आदि.
28 फरवरी 2024 का पंचांग
आज की तिथि- फाल्गुन कृष्ण चतुर्थी – 04:18 एएम तक, फरवरी 29
आज का नक्षत्र- हस्त – 07:33 एएम, फिर चित्रा
आज का करण- बव – 03:07 पीएम तक, बालव – 04:18 एएम, 29 फरवरी 29
आज का पक्ष- कृष्ण
आज का योग- गण्ड – 05:17 पीएम तक, फिर वृद्धि
आज का दिन- बुधवार
चंद्र राशि- कन्या
सूर्योदय-सूर्यास्त और चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय
सूर्योदय- 06:48 एएम
सूर्यास्त- 06:20 पीएम
चन्द्रोदय- 09:42 पीएम
चन्द्रास्त- 08:42 एएम, 29 फरवरी
अभिजीत मुहूर्त- कोई नहीं
ब्रह्म मुहूर्त- 05ः08 एएम से 05:58 एएम तक
आज के शुभ योग
सर्वार्थ सिद्धि योग: 06:48 एएम से 07:33 एएम तक
अशुभ समय
राहु काल – 12:34 पीएम से 02:00 पीएम तक
गुलिक काल – 11:07 एएम से 12:34 पीएम तक
दिशाशूल – उत्तर
शिववास: कैलाश पर – 04:18 एएम, फरवरी 29, उसके बाद नंदी पर