लाहौर। सबसे बुरे दौर से गुजर रहे पाकिस्तान ने सैन्य प्रतिष्ठानों पर हुए हमलों के सिलसिले में जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) पार्टी के 60 से अधिक नेताओं और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया। इन नेताओं और कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी पंजाब प्रांत से हुई। वहीं, पीटीआई ने बुधवार को इसकी आलोचना करते हुए इसे ‘अवैध फासीवादी’ कदम करार दिया।
पाकिस्तान में आठ फरवरी, 2024 को आम चुनाव के एलान के बाद पीटीआई नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ पुलिस ने शिकंजा कसते हुए कार्रवाई तेज कर दी। पुलिस ने नौ मई और उसके तुरंत बाद भी कुछ गिरफ्तारियां की थीं, लेकिन अब नई गिरफ्तारियां हुई हैं।
अबतक कितने लोगों को भेजा गया जेल
बकौल पीटीआई, कथित भ्रष्टाचार के मामले में 70 वर्षीय इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद सैन्य और राज्य प्रतिष्ठानों पर हमलों के सिलसिले में मई की शुरुआत से पार्टी के 10,000 से अधिक नेता और कार्यकर्ता जेल में हैं।
पुलिस की ओर से बुधवार को जारी बयान के कहा गया,
पुलिस ने नौ मई को लाहौर कोर कमांडर हाउस पर हमल और मंगलवार को शहर के विभिन्न हिस्सों में एक प्लाजा को जलाने में शामिल 62 पीटीआई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया।
बता दें कि भारी संख्या में पुलिसबल ने पीटीआई अध्यक्ष चौधरी परवेज इलाही के रिश्तेदार और पूर्व विधायक मेजर (आर) ताहिर सादिक को गिरफ्तार करने के लिए उनके आवास पर भी छापा मारा। फिलहाल चौधरी परवेज इलाही पहले से ही जेल में कैद हैं।
PTI नेता ने क्या कुछ कहा?
पीटीआई के वरिष्ठ नेता और पूर्व संघीय मंत्री मूनिस इलाही ने कहा कि पीटीआई नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ पंजाब पुलिस की क्रूरता चरम पर है, क्योंकि वे महिलाओं को भी नहीं बख्श रहे हैं।