फिल्म अभिनेत्री और पूर्व सांसद जयाप्रदा की मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही हैं। दरअसल, सांसद के खिलाफ आचार संहिता उल्लंघन के दो मामलों में गैर जमानती वारंट जारी हुआ था। जिसके बाद भी वह कोर्ट में हाजिर नहीं हुई। इसी को लेकर पुलिस अधीक्षक ने अदालत के आदेश पर सांसद को गिरफ्तार करने के लिए विशेष टीम गठित की है।
बता दें कि जयाप्रदा के खिलाफ आचार संहिता उल्लंघन के दो मामले दर्ज हैं। दोनों ही मामले साल 2019 के लोकसभा चुनाव के हैं, जब जयाप्रदा ने रामपुर सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था लेकिन वह हार गई थीं। उनके खिलाफ स्वार और केमरी थाने में चुनाव आचार संहिता उल्लंघन की प्राथमिकी दर्ज की गई थी। स्वार में दर्ज प्राथमिकी में उन पर आचार संहिता के बावजूद 19 अप्रैल को नूरपुर गांव में सड़क का उद्घाटन करने का आरोप है। वहीं, केमरी थाने में दर्ज प्राथमिकी में उन पर पिपलिया मिश्र गांव में आयोजित जनसभा में आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप है।
इन दोनों मामलों में पुलिस ने जांच पूरी कर आरोप पत्र अदालत में दाखिल कर दिए थे। अब मामले की सुनवाई MP-MLA स्पेशल कोर्ट में चल रही है। इन मामलों में पिछली कई तारीखों से वह कोर्ट में पेश नहीं हो रही थीं। जिसके बाद उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किए गए थे।
जानकारी के मुताबिक, जयाप्रदा की ओर से उनके अधिवक्ता के द्वारा वारंट निरस्त कराने के संबंध में 3 बार प्रार्थना पत्र दिया जा चुका हैं। जिसे कोर्ट निरस्त कर चुकी है। पिछले दिनों अदालत ने सख्ती करते हुए जयाप्रदा की गिरफ्तारी के लिए विशेष पुलिस निरीक्षक तैनाती के आदेश जारी किए थे। कोर्ट के इसी आदेश का पालन करते हुए पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने जयाप्रदा की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम बनाई है।