नई दिल्ली: देश में सबसे ज्यादा पोर्ट्स को संभालने वाली अरबपति गौतम अदाणी की कंपनी अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड (APSEZ) ने कहा कि आने वाले शनिवार को बोर्ड की बैठक में कंपनी इस चालू वित्त वर्ष में अपने कुछ डेट सिक्योरिटी के पहले और आंशिक बायबैक पर विचार करेगी। यह बायबैक या तो रुपए में या फिर डॉलर में किया जाएगा।
हिंडनबर्ग के बाद छवि सुधारने की कोशिश
बायबैक की जानकारी BSE फाइलिंग के दौरान देते हुए कंपनी ने कहा कि APSEZ के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक शनिवार, 22 अप्रैल, 2023 को निर्धारित की गई है, जिसमें कंपनी अपने डेट सिक्योरिटी को बायबैक करने का विचार कर रही है।
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आपको बता दें हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद से अदाणी ग्रुप की कंपनियों के शेयर्स पर नाकारात्मक प्रभाव पड़ा था और कंपनी के शेयरों में जबरदस्त गिरावट देखने को मिली थी। हालांकि अदाणी ग्रुप ने हिंडनबर्ग के द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को निराधार और दुर्भावनापूर्ण बताया था।
बीते वित्त वर्ष APSEZ ने दर्ज किया 9 फीसदी का उछाल
इसी महीने के शुरुआत में APSEZ ने जानकारी दी थी कि 31 मार्च को समाप्त हुए वित्तीय वर्ष में बंदरगाहों पर कार्गो हैंडलिंग में 9 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी, जो 339 मिलियन टन के साथ अब तक का सबसे बड़ा बंदरगाह कार्गो है। अदाणी पोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी ने मार्च में कुल कार्गो का लगभग 32 मिलियन टन की क्षमता हासिल की है जो साल-दर-साल 9.5 फीसदी से ज्यादा है।
बायबैक की घोषणा के बाद चढ़े अदाणी पोर्ट्स के शेयर
शेयर बाजार में बायबैक की खबर आते ही अदाणी पोर्ट्स के शेयरों में उछाल देखने को मिला। महज कुछ ही मिनटों में अदाणी पोर्ट्स के शेयर में 1.50 फीसदी का उछाल दर्ज किया गया। आज बाजार बंद होने तक अदाणी पोर्ट्स निफ्टी में 1.17 फीसदी की उछाल के साथ 666 रुपए प्रति शेयर पर बंद हुआ। हाल ही में अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन लिमिटेड ने कराईकल पोर्ट्स का अधिग्रहण कर देश में 14 पोर्ट्स को संभालने वाली सबसे बड़ी कंपनी बन गई थी।