नई दिल्ली: पिछले साल परिचालन शुरू करने के तकरीबन एक साल बाद, अकासा एयर (Akasa Air) को अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू करने के लिए नागरिक उड्डयन मंत्रालय से मंजूरी मिल गई है।
अकासा एयर अब दक्षिण एशिया, दक्षिण पूर्व एशिया और मध्य पूर्व के गंतव्यों के लिए उड़ान भरने की योजना बना रही है।
वर्तमान में गहराया है पायलटों का संकट
वर्तमान में एक साथ कई पायलटों के इस्तीफे के बाद एयरलाइन फिलहाल पायलटों की कमी की समस्या से जूझ रही है। एयरलाइन के पास 20 विमानों का बेड़ा है और इस साल के अंत तक कंपनी विदेशी गंतव्यों के लिए उड़ान शुरू करने की योजना बना रही है।
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मंत्रालय से मिली मंजूरी
अकासा एयर के संस्थापक और सीईओ विनय दुबे ने आज समाचार एजेंसी पीटीआई को कहा कि नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने एयरलाइन को अंतरराष्ट्रीय अनुसूचित ऑपरेटर के रूप में नामित किया है।
सीईओ विनय दुबे ने कहा कि
यह नया पदनाम हमें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उड़ान भरने की अनुमति देगा, जिससे हम इस साल के अंत से पहले अंतरराष्ट्रीय परिचालन शुरू करने के अपने सपने के करीब एक कदम आगे बढ़ सकेंगे। अब हम यातायात अधिकारों के लिए अपने अनुरोध पर सभी संबंधित अधिकारियों के साथ काम कर रहे हैं और जल्द ही उस अंतरराष्ट्रीय गंतव्य की घोषणा करने में सक्षम होंगे जहां हम उड़ान भरेंगे।
पहले इन देशों तक पहुंचने का लक्ष्य
विनय दुबे ने कहा कि एयरलाइन भारत से दक्षिण एशिया, दक्षिण पूर्व एशिया और मध्य पूर्व में बोइंग 737 मैक्स की सीमा के भीतर गंतव्यों को लक्षित कर रही है।
उन्होंने कहा कि
हम बढ़ती यात्रा मांग को पूरा करने के लिए इस साल के अंत तक तीन अंकों वाले विमान ऑर्डर की घोषणा करने की राह पर हैं
कंपनी ने पायलटों पर किया है केस
अचानक एक के बाद एक पायलटों के इस्तीफे के बाद अकासा एयर ने पायलटों के खिलाफ केस किया है। अकासा एयर ने इन पायलटों पर आरोप लगया है कि इन पायलटों ने नोटिस पीरियड सर्व किए बिना ही नौकरी छोड़ दी है।
कंपनी ने यह भी कहा कि अगर ऐसे ही पायलटों ने इस्तीफा दिया तो कंपनी को बंद करना पड़ सकता है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अधिकांश पायलट ने एयर इंडिया को ज्वाइन किया है।