देहरादून: जम्मू कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम आतंकी हमले के बाद उत्तराखंड में शुरू होने जा रही चारधाम यात्रा पर कई मायने में असर पड़ा है. एक तरफ जहां सुरक्षा की दृष्टि से चारधाम आने वाले यात्रियों में पाकिस्तान से किए गए रजिस्ट्रेशन पर रोक लगा दी गई है तो वहीं जम्मू कश्मीर से वापस लौटते पर्यटकों ने उत्तराखंड के पर्यटन के सामने अतिरिक्त दबाव की चुनौती भी खड़ी कर दी है. वहीं, पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के 77 यात्रियों का चारधाम रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया गया है.
पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के 77 यात्रियों का चारधाम रजिस्ट्रेशन रद्द: उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2025 महज 3 दिन बाद यानी 30 अप्रैल से शुरू हो रही है, लेकिन इससे ठीक पहले 22 अप्रैल को जम्मू कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले से चारधाम की सुरक्षा व्यवस्था को भी सतर्क कर दिया है. भारत सरकार की ओर से पाकिस्तान के नागरिकों पर प्रतिबंध लगाया है. जिसके चलते चारधाम यात्रा पर पाकिस्तान से आने वाले यात्रियों पर भी प्रतिबंध लगाया गया है.
टेररिज्म और टूरिज्म दोनों एक साथ नहीं चल सकते हैं. भारत सरकार के निर्देशों के अनुसार पाकिस्तान के नागरिकों का वीजा भी निरस्त किया गया है. उन्हें भारत में प्रतिबंध लगा दिया गया है. चारधाम यात्रा के लिए पाकिस्तान से तकरीबन 77 तीर्थयात्रियों ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया था, जिसे तत्काल ही रद्द कर दिया गया है. चारधाम यात्रा में किसी भी पाकिस्तानी नागरिक को एंट्री नहीं दी जाएगी. – सतपाल महाराज, पर्यटन मंत्री, उत्तराखंड
चारधाम परिसर में दुर्घटना होने पर मिलेगा बीमा: वहीं, चारधाम यात्रा पर पहलगाम आतंकी हमले के बाद सुरक्षा का अतिरिक्त दबाव बढ़ा है. पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि इसको लेकर शासन प्रशासन को अलर्ट कर दिया गया है कि चारधाम यात्रा की सुरक्षा में किसी भी तरह से लापरवाही सामने ना आएं. इसके अलावा उन्होंने बताया कि उत्तराखंड में मौजूद चारों धामों के परिसर में दुर्घटना का बीमा भी कराया गया है.
चारों धामों के परिसर में अगर किसी भी तरह की दुर्घटना होती है तो उसके लिए पर्यटन विभाग ने बीमा की व्यवस्था की है. चारों धाम में दुर्घटना बीमा के लिए 10 करोड़ का बजट रखा गया है. जो कि प्रत्येक धाम में ढाई करोड़ रुपए है. यदि किसी भी धाम के परिसर में कोई दुर्घटना होती है तो 1 से 1.5 लाख प्रति व्यक्ति बीमा का प्रावधान किया गया है.
जम्मू कश्मीर से लौट रहे पर्यटक, उत्तराखंड में बढ़ा दबाव: जिस तरह से पहलगाम में आतंकी हमला हुआ, उसके बाद पूरी कश्मीर घाटी खाली सी हो गई है. जानकारों का मानना है कि अब देश का पर्यटन पड़ोसी राज्य हिमाचल और उत्तराखंड की ओर डायवर्ट होगा. एक तरफ जहां 30 अप्रैल से उत्तराखंड में धार्मिक पर्यटन की शुरुआत हो रही है. वहीं, जम्मू कश्मीर से लौटने वाला पर्यटक अगर उत्तराखंड की ओर रुख करता है तो पर्यटन विभाग की क्या कुछ तैयारी है? इसको लेकर भी सतपाल महाराज ने जवाब दिया.
निश्चित तौर से उत्तराखंड में पर्यटन की संख्या बढ़ने की उम्मीद है. उत्तराखंड में गढ़वाल और कुमाऊं में कई ऐसी जगह हैं, जो धार्मिक पर्यटन के अलावा अन्य पर्यटन गतिविधि को भी बढ़ावा देती हैं. यहां कई ऐसी घाटियां हैं, जहां पर कश्मीर जैसा आनंद मिलता है तो निश्चित तौर से यदि पर्यटक उत्तराखंड की ओर रुख करते हैं तो इसके लिए उत्तराखंड में पूरी व्यवस्था है. – सतपाल महाराज, पर्यटन मंत्री, उत्तराखंड
चारधाम के लिए अब तक 21 लाख ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन, 28 अप्रैल से इन जगहों पर होंगे ऑफलाइन पंजीकरण: बता दें कि 30 अप्रैल से उत्तराखंड में शुरू होने वाली चारधाम यात्रा के लिए अब तक (26 अप्रैल शाम 5 बजे तक) 2,12,7056 ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं. इनमें से यमुनोत्री धाम के लिए 3,46,967, गंगोत्री धाम के लिए 3,77,770, केदारनाथ धाम के लिए 7,23,074 और बदरीनाथ धाम के लिए 6,41,090 ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं.
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि 28 अप्रैल से चारों धामों के लिए ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन भी शुरू कर दिए जाएंगे. जो कि चार अलग-अलग जगह पर किए जाएंगे. चारधाम यात्रा के लिए ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन हरिद्वार, ऋषिकेश, विकासनगर और हरबर्टपुर में किए जाएंगे. उन्होंने बताया कि चारधाम यात्रा अपने आध्यात्मिक और पौराणिक स्वरूप तरीके से हो, इसके लिए विशेष तौर पर हरबर्टपुर और विकासनगर में रजिस्ट्रेशन खोले गए हैं.
पाकिस्तानी नागरिकों को जल्द छोड़ना होगा देश: वहीं, इसके अलावा गृह मंत्रालय से जारी एडवाइजरी के तहत उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय ने भी प्रदेश में मौजूद पाकिस्तानी वीजा धारकों के लिए एडवाइजरी जारी की है. जिसके तहत उत्तराखंड में सामान्य वीजा वालों को 27 अप्रैल यानी आज तक और मेडिकल वीजा पर रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को 29 अप्रैल तक हर हाल में उत्तराखंड छोड़कर पाकिस्तान लौटना होगा.
उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, मौजूदा समय में उत्तराखंड के अलग-अलग जिलों में दिन में से ज्यादातर देहरादून, हरिद्वार और नैनीताल में अभी 250 पाकिस्तानी नागरिक रह रहे हैं, जिनमें से 247 लॉन्ग टर्म वीजा पर भारत आए हुए हैं, जो कि ज्यादातर पाक हिंदू नागरिक हैं तो वहीं 3 पाकिस्तानी नागरिक शॉर्ट टर्म वीजा पर उत्तराखंड में रह रहे हैं. इन सभी को जल्द से जल्द प्रदेश छोड़कर पाकिस्तान जाना होगा.