लखनऊ। उत्तर प्रदेश के आयुष कालेजों में मेडिकल में प्रवेश के लिए बिना नीट परीक्षा उत्तीर्ण कर 891 छात्र-छात्राओं के खिलाफ भी कार्रवाई हो गई है।
आयुष कालेजों (Ayush College) में बिना नीट परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले छात्र-छात्रों को प्रवेश देने के मामले की सीबीआइ (CBI Probe) जांच की संस्तुति करने के साथ ही योगी आदित्यनाथ सरकार ने जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ बड़ा एक्शन लेने के बाद अब अगला कदम भी बढ़ा दिया है।
नीट परीक्षा उत्तीर्ण करे बिना ही प्रदेश के आयुष कालेजों में प्रवेश लेने वाले सभी 891 छात्र-छात्राओं को सरकार ने निलंबित (Suspended) कर दिया है। इसकी सूचना भी सभी कालेज में लगा दी गई है। इसके साथ ही सभी कालेजों को नोटिस भी जारी की गई है। योगी आदित्यनाथ सरकार (Yogi Adityanath Government) ने सोमवार को आयुष कालेजों में प्रवेश के घोटाले की सीबीआइ जांच की संस्तुति की थी। इसके साथ ही कई अफसरों को निलंबित भी किया गया है।
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विभागीय टीम और पुलिस पूछताछ करेगी
नीट परीक्षा उत्तीर्ण करे बिना ही प्रदेश के आयुष कालेजों में प्रवेश लेने वाले सभी 891 छात्र-छात्राओं को सरकार ने निलंबित कर दिया है। इसकी सूचना भी सभी कालेज में लगा दी गई है। इसके साथ ही सभी कालेजों को नोटिस भी जारी की गई है। योगी आदित्यनाथ सरकार ने सोमवार को आयुष कालेजों में प्रवेश के घोटाले की सीबीआइ जांच की संस्तुति की थी। इसके साथ ही कई अफसरों को निलंबित भी किया गया है। इतना ही नहीं अब तो फर्जी ढंग से दाखिला पाने वाले छात्रों से भी विभागीय टीम और पुलिस पूछताछ करेगी। शासन इसे लेकर काफी गंभीर है और आयुष विभाग ने जांच तेज कर दी है।
योगी आदित्यनाथ ने आयुष मेडिकल कालेजों में प्रवेश के फर्जीवाड़ा की भनक लगते ही कार्रवाई प्रारंभ कर दी थी। प्रदेश के आयुष कालेजों में बीते वर्ष नीट-2021 की मेरिट में जिन अभ्यर्थियों का नाम नहीं था, उन्हें भी आयुर्वेद, होम्योपैथिक व यूनानी कालेजों में स्नातक कोर्स में दाखिला दे दिया गया। इतना ही नहीं, कम मेरिट वाले विद्यार्थियों को अच्छे कालेजों में दाखिला दे दिया गया था। प्रकरण सामने आने के बाद से मामले की जांच शुरू कर दी गई।
कम मेरिट वाले विद्यार्थियों को अच्छे कालेजों में दाखिला
- अब तक बीएएमएस, बीयूएमएस व बीएचएमएस कोर्स में ऐसे करीब 891 विद्यार्थियों के दाखिले गलत ढंग से देने का मामला सामने आया
- लखनऊ में राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय, टूडिय़ागंज ने गलत ढंग से दाखिला पाए छह छात्रों को चिह्नित कर उन्हें निलंबित कर दिया था
- शैक्षिक सत्र में नीट-2021 की मेरिट को दरकिनार कर दिया गया। बीयूएमएस, बीएचएमएस व बीएएमएस कोर्स में दाखिले की प्रक्रिया में जालसाजों ने सेंधमारी की और बड़ी संख्या में दाखिले कर दिए गए।
- मेरिट लिस्ट में ठीक रैंक होने के बावजूद जिन छात्रों को प्रवेश नहीं मिला, उन्होंने इसकी शिकायत आयुष मंत्रालय से कर दी
आयुष मंत्रालय ने बीते दिनों यूपी के आयुष विभाग और आयुर्वेद निदेशालय को अलग-अलग पत्र भेजकर मामले की जांच करने के आदेश दिए। जांच शुरू हुई तो एक के बाद एक गड़बड़ी उजागर होती गई। गलत ढंग से 891 अभ्यर्थियों के दाखिला लेने का मामला प्रकाश में आने के बाद प्रकरण की सीबीआइ से जांच की संस्तुति की गई है।