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शाइन सिटी के खिलाफ ED की कार्रवाई जारी, यूपी के अलग-अलग शहरों में 31.24 करोड़ की संपत्ति अटैच

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लखनऊ। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने निवेशकों से ठगी कर लगभग 60 हजार करोड़ रुपये हड़पने वाली शाइन सिटी कंपनी की 31.24 करोड़ रुपये की अचल संपत्तियां अटैच कर ली हैं। जमीन के रूप में अटैच की गईं यह संपत्तियां शाइन सिटी की सहयोगी कंपनियों शाइन सिटी इंफ्राप्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड, शाइन सिटी प्रोक्सिमा डेवेलपर्स प्राइवेट लिमिटेड, शाइन सिटी शेपर्स प्राइवेट लिमिटेड, शाइन सिटी कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के नाम सुल्तानपुर, झांसी, प्रतापगढ़, पिंडरा (वाराणसी), बारा (प्रयागराज) और बख्शी का तालाब (लखनऊ) में दर्ज हैं। अटैच की गईं संपत्तियों का कुल क्षेत्रफल 41.62 हेक्टेयर है। अब तक अटैच की गईं संपत्तियों की कीमत 49.11 करोड़ रुपये है।

ईडी ने इससे पहले शाइन सिटी से जुड़ी कंपनियों के नाम जमीन के रूप में दर्ज 10.59 करोड़ रुपये की संपत्तियों को जब्त किया था। यह जमीनें फतेहपुर, रायबरेली, कानपुर, जालौन, गारेखपुर, मांडा (प्रयागराज) में हैं, जिनका कुल रकबा 31.88 हेक्टेयर है। ईडी शाइन सिटी के फरार एमडी राशिद नसीम, उसके भाई आसिफ नसीम, निदेशक अमिताभ श्रीवास्तव व उनकी पत्नी मीरा श्रीवास्तव के नाम दर्ज लखनऊ और वाराणसी की नौ रिहायशी संपत्तियों को भी अटैच कर चुकी है। इन रिहायशी संपत्तियों की अनुमानित कीमत 7.03 करोड़ रुपये है।

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शाइन सिटी घोटाले में ईडी की ओर से की जा रही देशव्यापी जांच में 150 करोड़ रुपये से अधिक की चल-अचल संपत्तियों को चिह्नित किया है जिनको अटैच करने की कार्रवाई जारी है। शाइन सिटी समूह के संचालकों ने निवेशकों को लुभावनी योजनाओं का लालच देकर उनसे हड़पी गई रकम से ये संपत्तियां अर्जित की थीं। समूह के संचालकों ने एजेंटों के अपने लंबे-चौड़े जाल की बदौलत निवेशकों को प्रोजेक्ट इन्वेस्टमेंट प्लान, बायबैक स्कीम, बिड एंड हाट डील, शाइन वी. क्वाइन आदि जैसी लुभावनी योजनाओं का झांसा देकर उनसे ठगी की।

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उत्तर प्रदेश के अलावा कंपनी ने बिहार, पश्चिम बंगाल में भी बड़े पैमाने पर किसानों से अनुबंध करके जमीनें खरीदीं लेकिन उसने निवेशकों को भूखंड नहीं दिए। बाद में मामला गर्माने पर राशिद नसीद दुबई भाग गया जबकि उप्र पुलिस ने उसके भाई समेत पांच दर्जन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।

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