ग्रेटर नोएडा। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के नजदीक बड़े पैमाने पर अवैध निर्माण हो रहा है। कॉलोनाइजर धड़ल्ले से अवैध कॉलोनी बसा रहे हैं। लोगों को सस्ती दर पर जमीन का लालच देकर भूखंड बेचे जा रहे हैं।
63763 वर्गमीटर की जमीन से हटा कब्जा
यमुना प्राधिकरण ने मंगलवार को एयरपोर्ट के आस पास के क्षेत्र में हुए अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई की। जेसीबी की मदद से सात कॉलोनी को ध्वस्त कर दिया। प्राधिकरण टीम ने 63763 वर्गमीटर भूमि मुक्त कराई है। इसकी बाजार कीमत तकरीबन 128 करोड़ रुपये है।
विकसित की जा रही थी अवैध कॉलोनी
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण चल रहा है। इसके आस पास व्यापारिक संभावनाओं को देखते हुए कालोनाइजर सक्रिय है। कॉलोनाइजर प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र में अवैध कॉलोनी विकसित कर भूखंड बेच रहे हैं। प्राधिकरण से कम दर पर भूखंड के लालच में लोग कॉलोनाइजर के झांसे में फंस जाते हैं।
इलाके में बनी इमारत भी ध्वस्त
प्राधिकरण के ओएसडी भूमि शैलेंद्र सिंह के नेतृत्व में टीम ने जेवर बांगर, मंगरौली व मेवला गोपालगढ़ में सात कॉलोनी को ध्वस्त कर दिया। इसमें बनी इमारतों को भी ध्वस्त कर दिया गया। जेवर बांगर में तीन, मंगरौली व मेवला गोपालगढ़ गांव में दो-दो कालोनी ध्वस्त कर 63763 वर्गमीटर जमीन अतिक्रमण से मुक्त कराई है। इस जमीन की बाजार दर पर कीमत 128 करोड़ है।
ओएसडी शैलेंद्र सिंह का कहना है कि अधिसूचित क्षेत्र में प्राधिकरण की अनुमति बगैर कॉलोनी या भूखंड बेचना प्रतिबंधित है। कॉलोनाइजर कॉलोनी विकसित कर भूखंड की बिक्री कर रहे हैं। उन्हें पूर्व में नोटिस दिए गए थे। मंगलवार को अतिक्रमण के खिलाफ प्राधिकरण व पुलिस ने संयुक्त रूप से कार्रवाई की है। अतिक्रमण करने वाले कॉलोनाइजर के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने की कार्रवाई की जा रही है।