रामपुर : चेकिंग के लिए कार रोकने से नाराज समाजवादी पार्टी के महासचिव आजम खां को अर्जुन अवार्डी सीओ अनुज चौधरी ने अपनी खरी बातों से निरुत्तर कर दिया।
आजम द्वारा अखिलेश सरकार का एहसान याद दिलाने पर अनुज चौधरी ने कहा, ”एहसान कैसा ! हम पहलवान थे, इसलिए अर्जुन अवार्ड मिला है। किसी के एहसान से अर्जुन अवार्ड नहीं मिलता है”। इस बातचीत का वीडियो प्रसारित हो रहा है।
आजम खां पर हो रहे कथित उत्पी्ड़न के विरोध में सपा का 27 सदस्यीय एक प्रतिनिधिमंडल शनिवार दोपहर रामपुर के जिलाधिकारी रविंद्र कुमार मांदड़ से मिलने जा रहा था।
आज़म खान की गाड़ी को पुलिस ने रोका तो आज़म साहब को आ गया गुस्सा। देखें वीडियो… pic.twitter.com/kVGWVACMzS
— Ammar Khan (@AmmarSageer) May 27, 2023
बापू माल के पास पुलिस चेकिंग कर रही थी। वहीं पर बेटे अब्दुल्ला आजम के साथ जा रहे आजम खां अपनी कार रोकने पर नाराज हो गए। पहले तो उन्होंने कार में बैठे-बैठे ही पुलिसकर्मियों से सवाल किए। इसके बाद अचानक कार से उतरकर रौब दिखाते हुए पास ही मौजूद सीओ सिटी अनुज चौधरी के पास पहुंच गए।
करीब दो मिनट तक दोनों के बीच संवाद होता रहा। इस दौरान आजम खां ने सीओ को सपा सरकार के एहसानों की याद दिलानी चाही लेकिन सीओ ने अपनी खरी बातों से उन्हें असहज कर दिया। बहरहाल,सीओ से दो टूक सुनने के बाद आजम यह कहते हुए कार में बैठ गए कि आपके कारनामे मोबाइल में कैद हैं।
आजम और सीओ के बीच का संवाद
– आजम – बड़े खूबसूरत हो।
– सीओ – आप भी सुंदर हैं।
– तभी पास खड़े शहर कोतवाल गजेंद्र त्यागी के हंसने पर आजम बोले, माशाल्लाह क्या मुस्कुराते हैं।
– कोतवाल- आपसे ही सीख लिया है हमने।
– इसी बीच अब्दुल्ला बोले – क्या अब सड़क पर कोई चलेगा नहीं।
– सीओ से बोले आजम – समाजवादी पार्टी सरकार ने ही सम्मान दिया था। एहसान भूल गए।
– सीओ-पहलवान तो सबका होता है, एहसान कैसा। हम अर्जुन अवार्ड विजेता हैं और अर्जुन अवार्ड किसी के एहसान से नहीं मिलता।
– आजम-हम अपने बड़ों का एहसान मानते हैं।
– सीओ-हमसे क्यों नाराज हैं, हमने ऐसा क्या कर दिया। हम तो अपनी ड्यूटी कर रहे हैं।
– आजम-आपके कारनामे तो मोबाइल में हैं।
हमने अपनी ड्यूटी निभाई : अनुज
22 देशों में कुश्ती लड़कर दर्जनभर स्वर्ण पदक जीत चुके अर्जुन अवार्डी अनुज चौधरी को पहलवानी की वजह से ही पुलिस में नौकरी मिली। शनिवार की घटना को अपनी ड्यूटी का हिस्सा मानने वाले अनुज बताते हैं कि उन्हें सपा सरकार में दारोगा बनाया गया था,जबकि भाजपा सरकार में उनके जैसे खिलाड़ियों को सीधे डिप्टी एसपी बनाया जा रहा है।
मुलायम सिंह यादव ने उन्हेंन कई बार सैफई दंगल में बुलाया। एक बार तो उनके मुकाबले कोई पहलवान कुश्ती ही नहीं लड़ पाया, तब अखिलेश यादव ने कहा था कि है कोई अनुज का मुकाबले करने वाला, फिर भी कोई सामने नहीं आया।