फिरोजाबाद : गांव दोनों के अलग-अलग थे, लेकिन वे प्राइमरी स्कूल से ही साथी थे। घर गृहस्थी बसी, बच्चे हो गए, मगर सुख-दुख में साथ नहीं छूटा। कैंसर से जूझते शनिवार को उनमें से एक दोस्त की मृत्यु हो गई। दूसरा श्मशान घाट में पहले तो रोता रहा और फिर अचानक जलती चिता में छलांग लगा दी। दोस्त की चिता ठंडी होने से पहले ही उसने भी अस्पताल में दम तोड़ दिया।
घटना नगला खंगर थाना क्षेत्र के गांव मढ़ैया नदिया की है। यहां के अशोक की दोस्ती एक किमी दूर गढ़िया पंचवटी निवासी 43 वर्षीय किसान गौरव से थी। अशोक छह महीने से बीमार चल रहे थे, एक महीने पहले डाक्टर ने कैंसर बता दिया। अशोक की शनिवार सुबह छह बजे मृत्यु हो गई।
दोपहर एक बजे यमुना किनारे अशोक का अंतिम संस्कार किया गया। पुलिस के अनुसार, चिता जलने के बाद गांव के लोग लौट गए, लेकिन गौरव वहीं बैठकर रोते रहे और अचानक चिता में छलांग लगा दी। यमुना में नहा रहे युवकों ने उन्हें किसी तरह चिता से निकाला।
सूचना मिलने पर पहुंचे स्वजन ने उन्हें सरकारी ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया, जहां से आगरा रेफर कर दिया गया। रास्ते में गौरव की मृत्यु हो गई। देर शाम उनके शव का भी अंतिम संस्कार कर दिया गया। एसपी ग्रामीण रणविजय सिंह ने बताया, गौरव अपने दोस्त की मृत्यु सहन नहीं कर पाए।