नई दिल्ली। कोरोना के कारण इंडियन प्रीमियर लीग यानी आइपीएल का 14वां सत्र बीच में ही स्थगित करना पड़ा था। अब भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) इसे संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में सितंबर-अक्टूबर में आयोजित कराने की योजना बना रहा है। हालांकि, कुछ ऐसे चीजें हैं जिससे पार पाना बीसीसीआइ के लिए आसान नहीं होगा।
टी20 विश्व कप
16 टीमों का यह टूर्नामेंट भारत में अक्टूबर के मध्य से 14 नवंबर तक प्रस्तावित है। हालांकि, भारत में कोरोना की स्थिति नहीं है और इसके भी बीसीसीआइ की मेजबानी में यूएई में ही आयोजित होने की संभावना है। इससे बीसीसीआइ को यह फायदा होगा कि उसे एक ही जगह खिलाड़ी मिल जाएंगे और एक बायो बबल (खिलाड़ियों के लिए बनाए गए विशेष माहौल) से दूसरे बायो बबल में शिफ्ट हो जाएंगे। हालांकि, इससे दुबई, अबूधाबी और शारजाह की पिचों की तैयार कराना बड़ी चुनौती होगी।
अगर कुछ महीनों के अंदर तीन मैदानों की पिचों पर इतने मैच खेले जाएंगे तो वे काफी धीमी हो जाएंगी। अगर आइपीएल और विश्व कप यूएई में होता है तो कुल 76 मैच इन तीन मैदानों पर आयोजित होंगे। आइपीएल के अभी शेष 31 मैच होने हैं, जबकि 45 मैच विश्व कप के होंगे। यूएई में पिछले साल हुए आइपीएल में 60 मैच खेले गए थे और इस बार 16 अतिरिक्त मैच होंगे। इसके अलावा अबू धाबी में पाकिस्तान सुपर लीग के मैच भी खेले जाने हैं। ऐसे में वहां के मैदानों पर मैचों की संख्या ज्यादा होगी।
यह भी ध्यान देने की जरूरत है कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आइसीसी) ओमान में विश्व कप के क्वालीफाइंग मैच आयोजित कराने पर भी विचार कर रहा है। यह सब यूएई सरकार पर निर्भर करता है अगर वह टीमों को बिना क्वारंटाइन के बॉर्डर पार करने की अनुमति देगी तो ऐसा हो पाएगा।
सीपीएल से टकराव
कैरेबियन प्रीमियर लीग (सीपीएल) के आयोजकों ने 20 मई को एलान किया था कि आगामी सत्र 28 अगस्त से 19 सितंबर तक चलेगा। वेस्टइंडीज के क्रिकेटरों की आइपीएल में मांग बहुत अधिक है। कीरोन पोलार्ड (मुंबई इंडियंस), आंद्रे रसेल, सुनील नरेन (कोलकाता नाइटराइडर्स), क्रिस गेल, निकोलस पूरन (पंजाब किंग्स), डवेन ब्रावो (चेन्नई सुपरकिंग्स), शिमरोन हेटमायर (दिल्ली कैपिटल्स) आइपीएल में खेलते हैं। इसके अलावा सीपीएल में बड़े विदेशी खिलाड़ियों को लेकर भी दुविधा है, क्योंकि इसमें फाफ डुप्लेसिस, इमरान ताहिर (सुपर किंग्स) और क्रिस मौरिस (बारबाडोस) शामिल हैं।
हालांकि, सीपीएल के लिए भी परेशानी बढ़ेगी कि वह कैसे टूर्नामेंट को आइपीएल से पहले खत्म करता है और खिलाड़ियों को सीधे चार्टर्ड फ्लाइट से यूएई भेजता है, जिससे खिलाड़ी सभी मैच खेल पाएं। इसके अलावा लीग को पूरा करने के लिए सीपीएल को पाकिस्तान के खिलाफ घरेलू सीरीज के लिए यात्रा कार्यक्रम को संभावित रूप से बदलने के लिए क्रिकेट वेस्टइंडीज की आवश्यकता होगी। पाकिस्तान का वेस्टइंडीज दौरा 28 जुलाई से शुरू होगा, जिसमें टीम को पांच टी-20 और दो टेस्ट मैच होंगे। इसके चार दिन बाद वेस्टइंडीज की टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू सीरीज खेलेगी।
इंग्लैंड खिलाड़ियों की उपलब्धता
इंग्लैंड के कप्तान इयोन मोर्गन (कोलकाता नाइटराइडर्स), जोस बटलर, बेन स्टोक्स, जोफ्रा आर्चर (राजस्थान रॉयल्स), जॉनी बेयरस्टो, जेसन रॉय (सनराइजर्स हैदराबाद), सैम कुर्रन, मोइन अली (चेन्नई सुपरकिंग्स), क्रिस वोक्स और टॉम कुर्रन (दिल्ली कैपिटल्स) आइपीएल की टीमों के शीर्ष खिलाड़ी हैं। इसमें से कई खिलाड़ी आइपीएल के बचे हुए सत्र में नहीं खेल पाएंगे, क्योंकि इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड के निदेशक एश्ले जाइल्स ने इशारा किया था कि इंग्लैंड के खिलाडि़यों की पहले प्राथमिकता भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज के बाद टी-20 विश्व कप से पहले सीमित प्रारूपों की सीरीज खेलने की रहेगी।
मौजूदा कार्यक्रम के अनुसार, इंग्लैंड को सफेद गेंद की सीरीज बांग्लादेश में खेलनी है और फिर इसके बाद दो वनडे पाकिस्तान के खिलाफ खेलने हैं। दोनों सीरीज सितंबर के आखिर और अक्टूबर के मध्य में कराने की योजना है। दूसरी तरफ न्यूजीलैंड भी सितंबर-अक्टूबर में पाकिस्तान के खिलाफ सीमित प्रारूपों की सीरीज खेलने की योजना बना रहा है जबकि अफगानिस्तान सीमित प्रारूपों की सीरीज के लिए यूएई में सितंबर में पाकिस्तान की मेजबानी करेगा।
एक बबल से दूसरे बबल में जाना
2020 में खिलाड़ी सीपीएल और इंग्लैंड-ऑस्ट्रेलिया सीरीज से सीधा आइपीएल के बबल में आए थे। ये सभी खिलाड़ी चार्टर्ड फ्लाइट से आए थे। बीसीसीआइ के लिए यूएई में टीम को इकट्ठा करना और वहां की सरकार के नियमों के तहत क्वारंटाइन करना भी एक चुनौती होगी। खिलाडि़यों को एक बायो बबल से दूसरे में जाने में भी काफी मानसिक परेशानियां होती हैं। कई खिलाड़ी इस कारण भी नाम वापस ले सकते हैं।