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भारतीय-अमेरिकी रिचर्ड वर्मा को अपने खुफिया सलाहकार बोर्ड में शामिल करना चाहते हैं बाइडेन

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वाशिंगटन। भारतीय मूल के दो अमेरिकी नागरिकों और तकनीकी विशेषज्ञों कृष्ण कुमार एडाथिल (टेक्सास से) और निखिल देशपांडे (जार्जिया से) को स्टेटस्कूप 50 अवार्ड की इस साल की सालाना सूची में शामिल किया गया है। वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने भारतीय अमेरिकी मूल के वकील और कूटनीतिज्ञ रिचर्ड वर्मा को अपने इंटेलिजेंस एडवाइजरी बोर्ड का सदस्य चुनने की इच्छा जताई है।

एडाथिल को आइटी लीडर आफ द ईयर

यह संगठन हर साल अमेरिकी राज्यों के लिए सर्वश्रेष्ठ काम करने वाले सर्वोच्च 50 टेक्नोक्रेट को यह सम्मान देता है। इन तकनीकी विशेषज्ञों के काम से अमेरिका की राज्य सरकारों का कामकाज बेहद प्रभावी और गुणात्मक हो जाता है। इसी हफ्ते की गई घोषणा के अनुसार एडाथिल को आइटी लीडर आफ द ईयर चुना गया है। जबकि देशपांडे को स्टेट लीडरशिप आफ द ईयर घोषित किया गया है।

क्लाउड रैंकिंग में पहले नंबर पर टेक्सास

एडाथिल टेक्सास के सूचना संसाधन विभाग (डीआइआर) के लिए काम करने वाली कंपनी इंटरप्राइज सोल्यूशन सर्विस के डायरेक्टर हैं। उनके कामकाज के चलते ही टेक्सास अमेरिका की क्लाउड रैंकिंग में पहले नंबर पर है। कृष्ण कुमार के नेतृत्व में टेक्सास में तकनीकी आधुनिकीकरण को बढ़ावा मिला है। वह टेक्सास के डीआइआर विभाग के लिए डिजिटल क्षेत्र में साझीदार हैं।

निखिल देशपांडे बतौर चीफ डिजिटल अफसर किया बेहतरीन काम

इसीतरह, जार्जिया राज्य में निखिल देशपांडे ने बतौर चीफ डिजिटल अफसर बेहतरीन काम किया है। उन्होंने राज्य की इंटरनेट मीडिया को स्थापित करने में अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने एक व्यापक पब्लिशिंग सिस्टम बनाया है। हाल ही में देशपांडे की टीम डिजिटल सेवाएं देने वाली कंपनियों के साथ काम करती रही है।

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रिचर्ड वर्मा होंगे बाइडन के इंटेलिजेंस एडवाइजरी बोर्ड के सदस्य

समाचार एजेंसी पीटीआइ के मुताबिक अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने भारतीय अमेरिकी मूल के वकील और कूटनीतिज्ञ रिचर्ड वर्मा को अपने इंटेलिजेंस एडवाइजरी बोर्ड का सदस्य चुनने की इच्छा जताई है। रिचर्ड वर्मा भारत में अमेरिका के राजदूत पद पर भी काम कर चुके हैं। प्रेसिडेंट इंटेलिजेंस एडवाइजरी बोर्ड (पीआइएबी) अमेरिकी राष्ट्रपति के कार्यकारी कार्यालय का एक स्वतंत्र अंग है। व्हाइट हाउस की ओर से जारी बयान के अनुसार राष्ट्रपति बाइडन ने 53 वर्षीय रिचर्ड वर्मा को अपने खुफिया सलाहकार बोर्ड का सदस्य बनाने का मन बना लिया है।

डेमोक्रेटिक पार्टी के सदस्य हैं रिचर्ड वर्मा

पेशे से सरकारी वकील और मास्टरकार्ड की ग्लोबल पब्लिक पालिसी के प्रमुख वर्मा अमेरिका और विश्व में कंपनी ला और कामकाज की नीतियों पर नजर रखते हैं। इसके अलावा, बाइडन की डेमोक्रेटिक पार्टी के सदस्य हैं और वर्ष 2014 से 2017 तक भारत में बतौर अमेरिकी राजदूत तैनात रहे हैं। वर्मा के अलावा, जेम्स ए. विनीफेल्ड को इस बोर्ड का अध्यक्ष चुना गया है। रिटायर्ड एडमिरल विनीफेल्ड ज्वाइंट चीफ आफ स्टाफ के नौवें उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं।

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