अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के मामले में सिर्फ तीन शूटर ही शामिल हैं. पुलिस द्वारा अब तक की गई जांच में किसी चौथे शख्स का नाम सामने नहीं आया है. पुलिस के अनुसार, आरोपी सनी को दिल्ली में गोगी गैंग के लोगों ने जिगाना पिस्टल दी थी. सनी को दिल्ली एनसीआर में कोर्ट में किसी गैंगस्टर को मारने का टास्क दिया गया था, जो पूरा नहीं हुआ था. इसके बाद से पिस्टल सनी के पास ही थी. दोनों शूटर्स की रिमांड अवधि पूरी होने के बाद प्रतापगढ़ लाया गया है.
बताया जा रहा है कि अतीक-अशरफ हत्याकांड का मास्टरमाइंड सनी ही है. उसी ने लवलेश तिवारी और एक अन्य आरोपी को तैयार किया था. प्रयागराज में 15 अप्रैल को होटल से शाम 7:30 बजे सबसे पहले शूटर लवलेश तिवारी निकला था, उसके बाद अन्य दोनों शूटर निकले थे.
तीनों शूटर खबरों के जरिए अतीक और अशरफ की पल-पल की खबर ले रहे थे. इन्होंने अतीक और अशरफ को अस्पताल में ही मारने का प्लान तय किया था. आरोपियों ने पुलिस को बताया है कि 15 अप्रैल को अगर वारदात को अंजाम नहीं दे पाते तो 16 या 17 को निशाना बनाते.
पुलिस के अनुसार, शूटर ई-रिक्शा से अस्पताल पहुंचे थे और इसके बाद मौका मिलते ही वारदात को अंजाम दिया था. 13 अप्रैल को अतीक-अशरफ की CJM कोर्ट में पेशी के दौरान भी तीनों शूटर कोर्ट तक आए थे, लेकिन भीड़ और पुलिस की सख्त सुरक्षा होने की वजह से हमले का प्लान टाल दिया था. इस दौरान उन्होंने रेकी की और दोबारा हमला किया.
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बताया जा रहा है कि वारदात से दो दिन पहले यानी 13 अप्रैल की शाम 8:30 बजे शूटर्स ने होटल में चेक इन किया था. होटल में तीनों रूम नंबर- 203 में ठहरे. यहीं से तीनों रेकी करने के लिए निकलते थे. किसी को उनके मंसूबों की भनक न लग जाए, इसके लिए साथ न जाकर तीनों एक-एक करके होटल से निकलते थे.
13 अप्रैल की शाम से ही अतीक का पीछा कर रहे थे शूटर
ये बात भी सामने आई है कि तीनों शूटर 13 अप्रैल की शाम से ही अतीक और अशरफ का पीछा कर रहे थे. वे जानकारी जुटाने में लगे थे कि अतीक-अशरफ को लेकर पुलिस कब मेडिकल चेकअप के लिए निकलती है, वापस कब लौटती है. तीनों ने कचहरी की भी रेकी की थी.
इस हत्याकांड में एसआईटी तेजी से जांच कर रही है. SIT ने होटल में छिपाए गए शूटर्स के 2 मोबाइल फोन और एक चार्जर बरामद किया है. मगर, मोबाइल में कोई सिम नहीं मिला है. होटल के कमरे से बरामद मोबाइलों में एसआईटी को पुराने नंबर भी मिले हैं.
इन तीन शूटर्स ने कर दी थी अतीक-अशरफ की हत्या
अतीक अहमद की हत्या के आरोपी सनी हमीरपुर, लवलेश तिवारी बांदा और एक अन्य आरोपी कासगंज जिले का रहने वाला है. लवलेश बांदा के क्योतरा का निवासी है. उसके खिलाफ चार केस दर्ज हैं. वह लड़की को थप्पड़ मारने के आरोप में जेल जा चुका है. सनी हमीरपुर के कुरारा का रहने वाला है. वो पुलिस थाने का हिस्ट्रीशीटर है, जिसकी हिस्ट्रीशीट नंबर 281A है. उसके खिलाफ करीब 15 केस दर्ज हैं, जबकि एक अन्य आरोपी ने जीआरपी थाने में तैनात पुलिसकर्मी की हत्या कर दी थी, इसके बाद से वो फरार था.
पुलिस कस्टडी में शूटर सनी ने खुलासा किया है कि वह दिल्ली के जितेंद्र गोगी गिरोह के संपर्क में था, वहीं से उसे जिगाना पिस्टल मिली थी, जिससे अतीक अहमद की हत्या को अंजाम दिया. जितेंद्र गोगी की गिनती दिल्ली के मोस्ट वॉन्टेड गैंगस्टर्स में होती थी, जिसकी 2021 में दिल्ली की रोहिणी कोर्ट में हत्या कर दी गई थी.