उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले में जलेश्वर आश्रम में देर रात दबंगों ने एक बाबा पर ज्वलनशील पदार्थ डालकर उसको जिंदा आग के हवाले कर दिया. गंभीर हालत में करीब 90 प्रतिशत तक झुलसे बाबा को इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया. हालत गंभीर होने पर बाबा को कानपुर रेफर कर दिया गया. पुलिस ने बताया कि आश्रम के मंदिर में कब्जे को लेकर काफी समय से विवाद चल रहा था. मामला कई बार स्थानीय पुलिस तक भी पहुंचा था. पुलिस ने कहा कि दोनों पक्षों को बुलाकर समझौता कराकार मामले को शांत कर कार्रवाई की जा रही थी. घटना के बाद से पूरे गांव में हड़कंप मचा हुआ है.
यह पूरा पूरा मामला गुरसहायगंज कोतवाली क्षेत्र के जलेसर आश्रम मंदिर का है. मंगलवार देर शाम आश्रम के महंत रघु दास और उनके एक साथी बाबा शिवदास मंदिर परिसर से बाहर निकले हुए थे, तभी गांव के कुछ दबंग लड़कों ने दोनों बाबाओं पर हमला कर दिया. बाबा शिवदास के ऊपर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगा दी. आग लगते ही हड़कंप मच गया. मंदिर के महंत के चिल्लाने पर अन्य लोगों ने आकर जैसे-तैसे बाबा पर लगी आग को बुझाया.
कानपुर किया गया रेफर
घटना की सूचना स्थानीय पुलिस को दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने आनन-फानन में बाबा को राजकीय मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए भिजवाया. जहां पर डॉक्टरों ने प्राथमिक इलाज के बाद उनकी हालत बिगड़ता हुआ देख. कानपुर रेफर कर दिया गया. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस महकमें के हाथ पांव फूल गए. मौके पर तत्काल कन्नौज के पुलिस अधीक्षक अमित आनंद पहुंचे. उन्होंने घटना की बारीकी से जांच की.
कुछ दिन पहले तान दिया था तमंचा
साथी बाबा रघु दास ने आरोप लगाते हुए बताया कि नंबरदार के लड़के अनिल आलोक और तीन अन्य लोगों ने बाबा शिवदास पर आग लगाई है. यह लोग आए दिन मंदिर पर कब्जे को लेकर लड़ाई झगड़ा करते रहते थे. कुछ दिन पहले भी इन लोगों ने उनके सिर पर तमंचा लगा दिया था. इसकी शिकायत स्थानीय पुलिस में की गई थी. कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई.
अभी तक कोई भी आरोपी हिरासत में नहीं
इस घटना के बाद कन्नौज की पुलिस अधीक्षक अमित कुमार आनंद ने कहा कि आश्रम में कुछ आपसी विवाद को लेकर यह घटना सामने आई है. पुलिस सारे पहलुओं पर गंभीरता से जांच करके ठोस एवं कड़ी कार्रवाई करेगी. अभी तक कोई भी आरोपी पुलिस की हिरासत में नहीं लिया गया है.