उत्तर प्रदेश के रामपुर में एक मुस्लिम युवक अपनी प्रेमिका को पाने के लिए धर्म बदलकर हिंदू बन गया. उसने हिंदू रीति रिवाज से अपनी विधवा प्रेमिका के साथ मंदिर में सात फेरे लिए और जिंदगी भर साथ रहने का वादा किया.
बताया जा रहा है कि दोनों का पिछले 7 सालों से प्रेम प्रसंग चल रहा था. जब दोनों के परिजनों का इसका पता चला तो सभी इस रिश्ते के खिलाफ हो गए. कई दिनों तक दोनों को समझाया गया पर वो अलग होने के लिए तैयार नहीं हुए.
हिंदू बनकर प्रेमिका से की शादी
इसके बाद बुधवार को सईद अहमद ने अपना धर्म परिवर्तन कर सतीश कुमार बाल्मीकि बन गया और दलित समाज की अपनी विधवा प्रेमिका शारदा से मंदिर में शादी कर ली. यह शादी पूरे इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है.
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बता दें, तहसील बिलासपुर के मोहल्ला भट्टी टोला निवासी जमील अहमद का बेटा सईद अहमद जो राजमिस्त्री का काम करता है. शारदा के पति अर्जुन सिंह का निधन 12 साल पहले हो चुका है. शारदा और सईद (अब सतीश) से पिछले सात सालों से प्रेम प्रसंग चल रहा था. अलग-अलग धर्म के होने की वजह से इनकी शादी में कई रुकावटें आ रहीं थी.
दोनों का सात सालों से चल रहा था प्रेम प्रसंग
प्यार की खातिर सईद अहमद ने बिलासपुर उपजिलाधिकारी को एक शपथ पत्र दिया और यह हवाला दिया कि वे अपनी मर्जी से धर्म परिवर्तन कर दलित समाज की महिला से शादी करना चाहता है.
बुधवार देर रात भारत परिषद अखाड़ा के तत्वाधान में नैनीताल हाईवे पर धनोरा मोड़ स्थित मंदिर परिसर में दोनों ने विवाह किया. सईद से सतीश बने युवक ने युवती के गले में मंगलसूत्र पहनाया और मांग में सिंदूर भरा. अग्नि के साथ फेरे लेते हुए दोनों ने सात जन्म तक साथ निभाने का वायदा किया.