ग्रेटर नोएडा। ईकोटेक तीन कोतवाली क्षेत्र स्थित ककराला पुस्ता पर हुई युवक की हत्या के मामले का पर्दाफाश कर पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों की पहचान जानी व श्यामवीर के रूप में हुई है।
जानी मूल रूप से बुलंदशहर के नंगला जगत का रहने वाला है जबकि श्यामवीर कन्नौज के गांव हसनापुर का निवासी है। जांच में बेहद चौंकाने वाली बात प्रकाश में आई है। युवक की हत्या उसके ही रिश्ते के जीजा ने अपने साथी के साथ मिलकर की।
जीजा को शक था कि उसकी पत्नी का अपने चचेरे भाई से संबंध है। इसी शक में उसने हत्या की घटना को अंजाम दिया। पुलिस ने दोनों आरोपितों को कोर्ट में पेश किया वहां से दोनों को जेल भेज दिया गया है।
12 जनवरी को मिला था शव
एडिशनल डीसीपी सेंट्रल नोएडा ह्रदेश कठेरिया ने बताया कि विपिन का शव ग्रीन बेल्ट में 12 जनवरी को मिला था। जांच में पता चला कि विपिन की चचेरी बहन की शादी जानी से हुई थी।
जानी को शक था कि विपिन के अपनी चचेरी बहन से संबंध है। इसी का बदला लेने के लिए जानी ने अपने दोस्त श्यामवीर के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची।
विपिन को पार्टी के बहाने से बुलाया था
घटना वाली रात आरोपित ने विपिन को यह कहकर बुलाया कि साथ में बैठकर पार्टी करेंगे। सभी ने साथ बैठकर शराब पी। नशा होने के बाद जब विपिन ने घर जाने में असमर्थता जताई तो आरोपितों ने उसको यह कहकर बाइक पर बैठा लिया कि वह उसको घर छोड़ देंगे।
कुछ दूर चलने के बाद आरोपियों ने बाइक पर ही रस्सी से गला दबाकर विपिन की हत्या कर दी और शव को ग्रीन बेल्ट में फेंक दिया। दाे दिन तक शव ग्रीन बेल्ट में पड़ा रहा।
दस जनवरी को हत्या हुई जबकि शव 12 जनवरी को पुलिस को मिला। विपिन मूल रूप से अलीगढ़ के गांव खेड़िया सुजातपुर का रहने वाला था। उसकी एक वर्ष पूर्व ही शादी हुई थी।
खाते से निकाली रकम
विपिन की हत्या करने के बाद आरोपित जानी व श्यामवीर ने उसके खाते से आठ हजार रुपये की रकम निकाल ली और रकम का बंटवारा कर लिया। विपिन का फोन भी आरोपितों ने अपने पास ही रख लिया था। रकम व मोबाइल पुलिस ने बरामद किया है।
एक ही फैक्ट्री में करते थे नौकरी
एसीपी सुमित शुक्ला ने बताया कि आरोपित जानी व श्यामवीर एक ही फैक्ट्री में फेज दो में नौकरी करते थे। दोनों के बीच दोस्ती इतनी पक्की है कि एक ही बार कहने पर श्यामवीर हत्या की साजिश में शामिल हो गया।