सिडनी। ऑस्ट्रेलिया के रक्षा और विदेश मंत्रालय अपनी सुविधाओं से चीन की कंपनियों द्वारा बनाए गए सर्विलांस कैमरों को हटा रहे हैं। विदेश मंत्री ने शुक्रवार को कहा कि रिपोर्ट के बाद तकनीक ने सुरक्षा जोखिम पैदा किया है।
कैमरों को इसलिए हटाया जा रहा है क्योंकि दोनों देश राजनयिक संबंधों को सुधारने का प्रयास कर रहे हैं। दरअसल, साल 2018 में चीन की तकनीकी दिग्गज कंपनी हुआवेई को उसके 5G ब्रॉडबैंड नेटवर्क से प्रतिबंधित करने के ऑस्ट्रेलियाई फैसले से दोनों देशों के बीच संबंध खराब हो गए थे।
ऑस्ट्रेलिया के रक्षा और विदेश मंत्रालय में हटेंगे चीनी कैमरे
विदेश मंत्री पेनी वोंग ने सरकारी मीडिया एबीसी को दिए एक साक्षात्कार में कहा, “हम उन्हें हटा रहे हैं। मैंने अपने विभाग से इन कैमरों को जल्दी बदलने के लिए कहा है। रक्षा मंत्री ने रक्षा मंत्रालय से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि चीनी कैमरों को हटा दिया जाए और उन्हें बदल दिया जाए।”
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चीन के साथ संबंधों पर नहीं पड़ेगा असर- रक्षा मंत्री
रक्षा मंत्री रिचर्ड मार्लेस ने कहा कि पिछली सरकार के तहत लगाए गए चीन में बने सिक्योरिटी कैमरों को उनके मंत्रालय से हटा दिया गया था। उन्होंने कहा कि उन्हें चीन के साथ संबंधों पर प्रभाव पड़ने की उम्मीद नहीं थी।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, “हम अपनी सुरक्षा के लिए कदम उठाते हैं, जिसके लिए देश पूरी तरह से हकदार हैं। हम वास्तव में चीन के साथ एक उत्पादक संबंध को महत्व देते हैं। चीन हमारा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है।”
ब्रिटेन और अमेरिका में भी चीनी उत्पादों पर प्रतिबंध
बता दें कि ब्रिटेन ने नवंबर में अपने सरकारी विभागों को सुरक्षा जोखिमों का हवाला दिया था। इसके साथ ही संवेदनशील इमारतों में चीन से जुड़े निगरानी कैमरों को लगाने से रोकने के लिए कहा था। वहीं, कुछ अमेरिकी राज्यों ने कई चीनी कंपनियों के विक्रेताओं और उत्पादों पर प्रतिबंध लगा दिया है।
चीनी कंपनियों को उचिम माहौल मुहैया कराए ऑस्ट्रेलिया- विदेश मंत्रालय
उपकरणों के बारे में चिंता को लेकर चीन के विदेश मंत्रालय से गुरुवार को सवाल किया गया, तो इसके जवाब में उसने ऑस्ट्रेलिया से चीनी कंपनियों के लिए “उचित वातावरण” मुहैया कराने का आग्रह किया।