रबूपुरा। बीते 20 अक्टूबर रात कोतवाली क्षेत्र में यमुना एक्सप्रेस-वे पर हुए सड़क हादसे में एक और घायल नाबालिग की मंगलवार रात दिल्ली के अस्पताल में मौत हो गई। हादसे में कार सवार एक ही परिवार के पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी। वहीं, गंभीर रूप से घायल तीन बच्चों में से एक की मौत सोमवार रात हो गई थी।
जिंदगी और मौत से जूझ रहा एक बच्चा
बचे दो घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा था। मंगलवार को इलाज के दौरान सूरज ने भी दम तोड़ दिया। हादसे के कारण अब तक मरने वालों की संख्या सात पहुंच चुकी है। हादसे में बचा एकमात्र बच्चा भी अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रहा है।
बता दें कि मूल रूप से झारखंड के पलामू जिला अंतर्गत जपला कचरा गांव के रहने वाले उपेंद्र बैठा व बिजेंद्र बैठा पिछले कुछ वर्षों से दिल्ली के मदनपुर खादर स्थित जेजे कालोनी में अपने परिवार के साथ रहते थे। रिश्तेदार की मौत होने पर दोनों भाई स्वजन के साथ वैन में सवार होकर अपने गांव झारखंड जा रहे थे।
कार सवार पांच की मौके पर हुई थी मौत
इसी दौरान गत शुक्रवार रात करीब एक बजे यमुना एक्सप्रेस-वे पर जीरो प्वाइंट से 25 किमी आगरा की तरफ जाने वाली लेन पर अज्ञात वाहन ने उनकी वैन में पीछे से टक्कर मार दी थी। हादसे में बिजेंद्र, उसकी पत्नी कांति देवी, बेटी ज्योति, बड़े भाई उपेंद्र बैठा व कार चालक सुरेश की मौत हो गई थी। हादसे में घायल आर्यन, आयुष व सूरज को जेवर के कैलाश अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
वहां से चिकित्सकों ने उन्हें दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल के लिए रेफर कर दिया था। रबूपुरा कोतवाली प्रभारी सुधीर कुमार ने बताया कि इलाज के दौरान मंगलवार को हादसे में घायल सूरज ने भी दम तोड़ दिया। हादसे में घायल आयरन की सोमवार रात मौत हो गई थी। हादसे में अब तक सात लोगों की मौत हो चुकी है।