नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने बुधवार देर रात आउटर रिंग रोड वजीराबाद फ्लाई ओवर के पास मुठभेड़ के बाद कुख्यात गैंगस्टर नीरज बवाना, टिल्लू ताजपुरिया व परवेश मान गिरोह के तीन शूटरों को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए बदमाश विरोधी गैंगस्टर गाेगी गिरोह के बदमाशों व उसके स्वजनों पर बड़ा हमला करने की साजिश रच रहे थे। इससे पहले पुलिस ने तीनों को दबोच लिया। मुठभेड़ में एक बदमाश और स्पेशल सेल के सब इंस्पेक्टर गोली लगने से घायल हो गए। बदमाशों के पास से दो सेमी आटोमैटिक पिस्टल, दो कटटा व 19 कारतूस बरामद किए गए हैं।
डीसीपी स्पेशल सेल राजीव रंजन सिंह के मुताबिक गिरफ्तार किए गए बदमाशों के नाम पवन शहरावत उर्फ पौना (बवाना), आशु उर्फ पगलेट (बहादुरगढ़, हरियाणा) व गौरव त्यागी (विकास कालोनी, हापुड़, यूपी) है। पवन शहरावत के खिलाफ पश्चिम विहार, कंझावला व नरेला औद्योगिक क्षेत्र थानों में हत्या के प्रयास, डकैती और आर्म्स एक्ट के पहले के नौ मामले दर्ज हैं।
आशु के खिलाफ भी दिल्ली, हरियाणा व उत्तर प्रदेश में आठ आपराधिक मामले दर्ज हैं। गौरव त्यागी की कई साल पहले परवेश मान से मुलाकात हुई थी जिसके बाद उसने गिरोह ज्वाइन कर लिया था। परवेश मान जेल से वाटस एप काल कर गौरव को रंगदारी वसूलने व अन्य तरह के अपराध करने के लिए निर्देश देता था। मुठभेड़ में सेल के एसआइ विक्रम को भी बदमाशों की गोली लगने से घायल हो गया। पवन हाल ही में नरेला औद्योगिक में ब्रह्म प्रकाश (गोगी के सदस्य) की हत्या करने के मामले में वांछित था।
बाहरी दिल्ली क्षेत्र में अपना आधिपत्य स्थापित करने के लिए नीरज बवाना व जितेंद्र गोगी गिरोह के बीच कई सालों से गैंगवार चल रहा है। पिछले साल गोगी की कोर्ट में हत्या कर देने के बाद दोनों गिरोहों में खूनी संघर्ष तेज हो गया। पिछले छह माह के दौरान दोनों गिरोहों के 25 से अधिक सदस्यों की गैंगवार में मौत हो चुकी है। 7 मई को गोगी गिरोह के शूटर कपिल उर्फ कल्लू के पिता ब्रह्म प्रकाश की गैंगवार में नीरज बवाना गिरोह बदमाशों ने खेड़ा खुर्द में हत्या कर दी थी।
घटना की तस्वीरें सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी। पुलिस ने वारदात में पवन के शामिल होने की पहचान की थी। 18 मई की रात 11 बजे सेल की टीम ने आउटर रिंग रोड पर वजीराबाद फ्लाई ओवर, बुराड़ी में में तीनों बदमाशों को घेर कर जब सरेंडर करने को कहा तब पवन शहरावत और आशु ने पिस्टल निकालकर पुलिस पार्टी पर फायरिंग शुरू कर दी और पुलिस को चकमा देकर भागे लगे। मुठभेड़ में पुलिस टीम के एसआइ विक्रम के बाएं पैर में गोली लगने से वह घायल हो गए। जवाबी कार्रवाई में पवन के भी पैर में गोली लगे से वह घायल हो गया।