नई दिल्ली। युवा पहलवान सागर धनखड़ हत्याकांड में मुख्य आरोपित ओलिंपिक पदक विजेता पहलवान सुशील कुमार की जमानत याचिका का विरोध करते हुए दिल्ली पुलिस ने कहा दिल्ली हाई कोर्ट में स्थिति रिपोर्ट दाखिल की है। दिल्ली पुलिस ने कहा कि अगर सुशील को जमानत पर रिहा किया गया तो उसके भागने की आशंका है।स्थिति रिपोर्ट में पुलिस ने कहा कि पीड़ितों और घायलों के साथ-साथ जांच के दौरान दर्ज अन्य सार्वजनिक गवाहों के बयानों से यह स्पष्ट है कि सुशील कुमार ने अन्य आरोपियों के साथ उक्त अपराध करने की साजिश रची थी।
इतना ही नहीं वही आरोपितों का नेतृत्व कर रहा था और वारदात का सरगना था। पुलिस ने कहा कि सह-आरोपित के मोबाइल फोन में मिले एक मिनट के वीडियो में भी सुशील कुमार के मौके पर मौजूद होने की पुष्टि हुई है। इस वीडियो में वह सह-आरोपियों के साथ न सिर्फ हाथ में डंडा लिए हुए दिखाई दे रहा है, बल्कि पीड़ितों को पीटते भी दिखाई दे रहा है।घटना के दौरान सुशील के फोन की लोकेशन घटना के समय शालीमार बाग, माडल टाउन और छत्रसाल स्टेडियम में सभी संबंधित स्थानों पर पाई गई थी।
स्थिति रिपोर्ट में पेश पुलिस ने यह भी कहा कि सागर धनखड़ की विभत्स तरीके से हत्या की गई।सुशील पर गंभीर आरोप हैं और इस मामले में अब तक 18 आरोपितों की गिरफ्तारी की जा चुकी है।वारदात में शामिल अन्य आरोपितों की पहचान हुई है और गिरफ्तारी के लिए जांच जारी है।एक ही बिरादरी व समुदाय एवं क्षेत्र का होने के साथ ही प्रभावशाली होने के कारण आरोपित द्वारा पीड़ितों-गवाहों को प्रभावित करने की संभावना है।रोहिणी कोर्ट द्वारा पांच अक्टूबर को जमानत देने से इन्कार करने के फैसले को सुशील कुमार ने चुनौती दी है।
सुशील पर आरोप है कि पांच मई को छत्रसाल स्टेडियम में हुई सागर धनखड़ की हत्या के मामले में शामिल थे।सुशील ने याचिका में दलील दी कि है कि सुनी-सुनाई बातों के आधार पर उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।इतना ही नहीं प्राथमिकी दर्ज करने में भी 16 घंटे से अधिक की देरी हुई थी।उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि गवाहों के बयान समय पर दर्ज नहीं किए गए। इतना ही नहीं बयान में भी काफी विरोधाभास है।
निचली अदालत ने सुशील की जमानत याचिका खारिज करते हुए था कि घटना के वीडियो में प्रथम दृष्टया सुशील को देखा जा सकता है, जिसमें मृतक सागर को गंभीर रूप से घायल दिखाई दिया। वहीं, सुशील ने दलील दी कि पुलिस ने उनके खिलाफ झूठा मामला बनाया है और उन्हें अपमानित करने के लिए उन पर आरोप लगाए गए थे।माडल टाउन थाना क्षेत्र के छत्रसाल स्टेडियम में फ्लैट खाली कराने को लेकर पहलवानों के दो गुट आपस में भिड़ गए थे। इसमें पांच पहलवान गंभीर रूप से घायल हो गए थे। वहीं, इलाज के दौरान सागर की मौत हाे गई थी।