उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में एक सोसाइटी अपने एक फरमान को लेकर चर्चाओं में है. सोसाइटी के रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन (आरडब्ल्यूए) ने अपने निवासियों को एक नोटिस जारी किया है, जिसमें उनसे सोसायटी परिसर में ‘लुंगी और नाइटी’ पहनकर टहलने से मना किया है. ड्रेस कोड को लेकर आरडब्ल्यूए का यह फरमान जब सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो लोगों ने इसकी निंदा करने शुरू कर दी. लोगों का कहना है कि आरडब्ल्यूए का यह फरमान तालिबानी लगता है. इसे वापस लेना चाहिए.
दरअसल, मामला ग्रेटर नोएडा के सेक्टर पीए-4 स्थित हिमसागर अपार्टमेंट का है. अपार्टमेंट के रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन (आरडब्ल्यूए) ने सोसायटी के परिसर में निवासियों के टहलने के लिए ड्रेस कोड को लेकर एक नोटिस जारी किया था, जिसमें कहा गया था कि, “आप सभी से यह अपेक्षा की जाती है कि जब भी आप किसी भी समय सोसाइटी परिसर में घूमें तो अपने आचरण और पहनावे पर विशेष ध्यान दें, ताकि आप किसी को अपने व्यवहार पर आपत्ति जताने का मौका न दें. इसलिए सभी से अनुरोध है कि घर में पहनने वाली लुंगी और नाइटी पहनकर न घूमें.”
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बता दें कि हिमसागर अपार्टमेंट के सचिव हरि प्रकाश के नाम से यह नोटिस 10 जून को जारी की गई थी. इसके तीन दिन बाद 13 जून को किसी ने नोटिस सोशल मीडिया पर डाल दी. सोशल मीडिया पर आते ही नोटिस वायरल हो गई. लोग आरडब्ल्यूए के फरमान की तुलना तालिबान से करने लगे.
महिला निवासियों की शिकायत पर सर्कुलर जारी
विवाद बढ़ता देख आरडब्ल्यूए के अध्यक्ष सीके कालरा ने सोसाइटी में ड्रेस कोड को लेकर अपनी सफाई दी. उन्होंने कहा कि कुछ महिला निवासियों की शिकायतें मिलने के बाद उन्होंने निवासियों से इन दिशा-निर्देशों का पालन करने का अनुरोध किया है. सीके कालरा ने ने कहा कि, कुछ दिन पहले महिलाओं ने उनसे शिकायत की थी कि एक वरिष्ठ नागरिक पार्क में लुंगी पहनकर योग करते हैं. जो ठीक नहीं है.”
सोसाइटी निवासियों की रजामंदी से जारी किया सर्कुलर- RWA
सीके कालरा ने कहा कि महिलाओं की शिकायत पर पहले तो हमने लोगों से मौखिक रूप से अनुरोध करने की कोशिश की, फिर हमारे एसोसिएशन ने इसे सर्कुलर के रूप में लगाने का फैसला किया. सीके कालरा ने कहा कि यह आरडब्ल्यूए ने अपने मन से लागू नहीं किया है. सोसाइटी निवासियों की रजामंदी से इसे लागू किया गया है. वहीं सोसायटी के निवासियों ने कहा कि ड्रेस कोड को लेकर जारी सर्कुलर से उन्हें कोई दिक्कत नहीं है.
लोग ड्रेस का पालन करें, कोई जुर्मान तो लग नहीं रहा
सोसाइटी की रहने वालीं रुक्मणी सिंह ने कहा कि, ऐसा नहीं है कि आरडब्ल्यूए ड्रेस कोड का पालन नहीं करने के लिए जुर्माना लगा रहा है. मैंने व्यक्तिगत रूप से कभी भी किसी निवासी को लुंगी या नाइटी में परिसर में घूमते नहीं देखा. यहां के लोग अधिक अनुशासित हैं, क्योंकि यहां कई सेवानिवृत्त रक्षा कर्मी रहते हैं.
RWA के पास नोटिस जारी करने का अधिकार नहीं
वहीं इसको लेकर ग्रेटर नोएडा के फेडरेशन ऑफ आरडब्ल्यूए के अध्यक्ष देवेंद्र टाइगर ने नाराजगी जताई. उन्होंने कहा कि यह एक सोसाइटी है कोई इंस्टीट्यूट नहीं, जो हमें ड्रेस कोड की आवश्यकता पढ़े. वहीं नोएडा फेडरेशन ऑफ अपार्टमेंट ओनर्स एसोसिएशन (एनओएफएए) के अध्यक्ष राजीव सिंह ने कहा कि सोसाइटी के आरडब्ल्यूए के पास इस तरह की नोटिस जारी करने का कोई अधिकार नहीं है.