ग्रेटर नोएडा। अखिल भारतीय किसान सभा के सदस्यों ने चेतावनी दी कि यदि 28 दिसंबर को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की बोर्ड बैठक टाली गई तो आंदोलन शुरू किया जाएगा। इस दौरान किसान सभा की जिला सचिव स्व. वीरवती को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। अखिल भारतीय किसान सभा की जिला कमेटी की बैठक ग्राम जुनपत में हुई। बैठक की अध्यक्षता किसान सभा के संयोजक वीर सिंह नागर ने की।
जिलाध्यक्ष डॉ. रूपेश वर्मा ने कहा कि 16 सितंबर को किसान सभा ने चार महीने के दिन रात के धरना प्रदर्शन के परिणाम में प्राधिकरण के साथ समझौता संपन्न किया था। समझौते के अनुसार 31 तक बोर्ड बैठक कर किसानों के मसलों को पास किया जाना था। लेकिन प्राधिकरण ने बोर्ड बैठक में देरी कर दी।
28 दिसंबर होनी है बैठक
22 दिसंबर बोर्ड बैठक आयोजित करने की सूचना किसान सभा को दी गई थी। बैठक को 28 दिसंबर तक के लिए स्थगित कर दिया गया। प्राधिकरण के सीईओ ने अवगत कराया है कि 28 दिसंबर बैठक होगी।
उन्होंने आश्वस्त किया है कि 10 प्रतिशत आबादी प्लाट, आबादियों की लीज बैक, नए कानून के अनुसार सीधे खरीद से प्रभावित किसानों को प्रोजेक्ट अफेक्टेड फैमिली की मान्यता, भूमिहीनों के लिए वेंडिंग जोन में 33 प्रतिशत आरक्षण और सीधी खरीद व गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के भूमि अधिग्रहण से प्रभावितों के लिए अतिरिक्त मुआवजे का प्रस्ताव इसी बोर्ड बैठक में ले जाया जाएगा।
सर्किल रेट के चार गुना मुआवजे का प्रस्ताव
बाकी प्रस्ताव अगली बोर्ड बैठक में ले जाए जाएंगे। किसान सभा के जिला सचिव अजब सिंह ने कहा कि किसानों के रोजगार, 120 वर्ग मीटर के न्यूनतम प्लाट साइज और सर्किल रेट के चार गुना मुआवजे का प्रस्ताव अगली बोर्ड बैठक के लिए लंबित कर दिया गया है।
सीईओ ने समझौते के अनुसार शिफ्टिंग के मसलों को व एसआइटी जांच से प्रभावित मसलों के जल्दी ही हल करने का आश्वासन दिया है। किसान सभा के संयोजक वीर सिंह नगर ने कहा कि अभी जो पांच प्रस्ताव जा रहे हैं वह सबसे महत्वपूर्ण मुद्दे हैं। उसके बाद बाकी प्रस्तावों को भी अगली बोर्ड बैठक में किसान सभा भिजवाने का कार्य करेगी।
जिला कमेटी ने 28 तारीख को किसी भी कारण से बोर्ड बैठक स्थगित होने पर आंदोलन तुरंत शुरू करने का प्रस्ताव पास किया। बैठक में उपाध्यक्ष सतीश यादव, संदीप भाटी, सुरेंद्र भाटी, विनोद भाटी, बाबा नेतराम, बाबा संतराम, श्याम सिंह प्रधान, श्याम सिंह, शिशांत, गुरप्रीत, जिला सचिव अशोक भाटी आदि मौजूद रहे।