आगरा। आगरा में खंदौली के गांव बेलौठ में बुधवार को दर्दनाक हादसा हुआ। सिलेंडर में गैस रिसाव से लगी आग में जलकर छह महीने की अबोध बच्ची की मृत्यु हाे गई। लपटों में घिरकर अबोध के नाना और मामा झुलस गए। हादसा उस समय हुआ जब नानी अबोध के लिए दूध गरम करने के लिए गई थीं। गैस का चूल्हा जलाते ही पूरा घर आग की लपटों में घिर गया। झुलसे नाना और मामा की हालत खतरे से बाहर बताई गई है।
मायके आई थी बेटी, नानी गई थीं रसोई में
घटना बुधवार की शाम करीब पांच बजे की है। खंदौली के बेलौठ गांव निवासी डाेरीलाल की बेटी सपना और छह महीने की नातिन काव्या मायके आई थीं। मां सपना काव्या को कमरे में सुलाने के बाद बाहर चली आई। नानी राजकुमारी नातिन के लिए दूध गरम करने रसोईं में गई थीं। उन्होंने जैसे ही चूल्हा जलाया, आग लग गई। लपटों ने रसोई और कमरे को अपनी चपेट में ले लिया। नानी राजकुमारी वहां से किसी तरह बाहर की ओर भागीं।
शादी के भोज में गैस सिलिंडर में रिसाव, आग से हलवाई समेत 22 झुलसे, 8 की हालत गंभीर
महीने की काव्या कमरे में फंसी
छह महीने की काव्या कमरे में लपटों के बीच सोती रह गई। मां सपना के जानकारी देने पर नाना डोरीलाल और मामा ऋृषि अंदर की आेर भागे। उन्होंने अबोध को कमरे से बाहर निकाला। लपटों की चपेट में आकर डोरीलाल और ऋृषि भी झुलस गए। वह अबोध को बाहर लेकर आए, तब तक वह दम तोड़ चुकी थी। परिवार की चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोगों ने मौके पर पहुंचकर आग को बुझाने का प्रयास किया।
एक घंटे में आग पर पाया काबू
ग्रामीणों ने सिलेंडर को घर से बाहर निकाला। उन्होने घर में लगी आग को करीब एक घंटे प्रयास के बाद काबू में किया। तब तक कमरे और रसोई में रखा सारा सामान जल चुका था। जानकारी होने पर फायर ब्रिगेड और पुलिस भी पहुंच गई। तब तक ग्रामीण आग को बुझा चुके थे। पुलिस ने आग में जलकर घायल डोरीलाल और ऋृषि को अस्पताल में भर्ती कराया। प्रभारी निरीक्षक खंदौली आनंद वीर सिंह के अनुसार डोरी लाल और ऋृषि की हालत खतरे से बाहर है। हादसा सिलेंडर से गैस रिसाव के कारण हुआ था।