उत्तर प्रदेश के बरेली में हैवानियत की सारी हदें पार करने का मामला सामने आया है. यहां दो शराबियों ने चखने के इंतजाम के लिए गली से दो बेजुबान कुत्ते के बच्चे (पिल्लों) को उठाया. उसके बाद उनके कान और पूंछ चाकू से काटकर नमक लगाकर डकार गए. वहीं, लहूलुहान पिल्लों के कराहने की आवाज सुन स्थानीय लोगों ने सुल्तानपुर जिले से बीजेपी सांसद मेनका गांधी की संस्था पीपुल्स फॉर एनीमल्स (पीएफए) रेस्क्यू टीम को सूचना दी. मौके पर पीएफए ने कमरे में झांककर देखा तो एक महिला खून के ऊपर राख डाल रही थी और पिल्ले तड़प रहे थे.
मामला फरीदपुर तहसील की एसडीएम कॉलोनी का है. यहां के निवासी मुकेश वाल्मीकि पर कुत्ते के दो बच्चे (पिल्ले) के साथ क्रूरता का आरोप लगा है. बताया जा रहा है कि मंगलवार की शाम करीब 6 बजे मुकेश ने अपने दोस्त संग मिलकर पहले शराब पी, उसके बाद चखने के रुप में पिल्लों के कान और पूंछ काटकर नमक लगाकर डकार गए. इतना ही नहीं, खून से लथपथ कमरे में बंद कर चले गए. पिल्लों की कराहने की आवाज सुनकर स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और पिल्लों को तड़पता देख पीपुल्स फॉर एनीमल्स (पीएफए) अध्यक्ष धीरज पाठक को जानकारी दी.
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PFA टीम ने पिल्लों को अस्पताल में कराया भर्ती
मीडिया रिपोट्स के मुताबिक, बेजुबानों के साथ क्रूरता होती देख पीएफए अध्यक्ष पाठक ने दोनों पिल्लों को तत्काल उठाया और अस्पताल में भर्ती कराया. साथ ही मामले की जानकारी पुलिस को दी. सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामले की छानबीन शुरु की. तभी स्थानीय युवक ने पुलिस को बताया कि मुकेश ने दोस्त संग गली में घूम रहे दोनों पिल्लों को उठाया था. हमें लगा इस ठंड के मौसम में वो उन पिल्लों को आसरा देने के लिए ले जा रहा है, लेकिन थोड़ी देर बाद पिल्लों के दर्द में कराहने की आवाज सुनने पर सूचना दी थी.
कार्रवाई में लगी पुलिस
पीपुल्स फॉर एनीमल्स (पीएफए) अध्यक्ष धीरज पाठक ने दोनों आरोपियों के खिलाफ मकदमा दर्ज कराया है.थाना फरीदपुर की पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया है. पुलिस जांच पड़ताल में जुट गई है. आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित कर दी है.